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बीकानेर,सर्दियों के मौसम में कई बार ट्रेनों के देरी से पहुंचने की समस्या विकराल रूप ले लेती है। चारों तरफ कोहरा होने की वजह से ट्रेनें अपनी निर्धारित गति की बजाय धीरे-धीरे ही आगे बढ़ती हैं। लेकिन रेलवे की ओर इससे निपटने की तैयारी अभी से ही कर ली गई है। इसको लेकर रेलवे प्रशासन की ओर से फॉग सेफ्टी डिवाइस उपलब्ध करवाई जा रही है। ये अत्याधुनिक डिवाइस रेल में जीपीएस तकनीक के साथ काम करेगा। इससे तेज गति से दौड़ रही ट्रेनों के संचालन में आने वाली परेशानी नहीं होगी। इसके चलते कोहरे में ट्रेनों के लिए निर्धारित की गई स्पीड से ट्रेनें और अधिक तेज गति से चल सकेंगी। जानकारी के अनुसार, इस सिस्टम के लगने से ट्रेनें 75 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक चल सकेंगी। इस डिवाइस के लगने से बीकानेर मंडल से संचालित होने वाली ट्रेनों को काफी फायदा होगा, क्योंकि यहां के आसपास के क्षेत्रों में सर्दी के मौसम में अत्यधिक कोहरा छाया रहता है।

ऐसे करेगा काम

जानकारी के मुताबिक, फॉग सेफ्टी डिवाइस जीपीएस के माध्यम से लोको पायलट को आने वाले सिग्नल की लोकेशन के बारे में बताता है कि वह कितना दूर या पास है। इससे लोको पायलट की ओर से ब्लॉक खंड (एक स्टेशन से निकलने के बाद अगले स्टेशन के प्रथम सिग्नल तक का क्षेत्र) में कोहरे के दौरान दृश्यता कम होने पर भी अपनी गाड़ी की स्पीड को अनुमत गति पर रखने का आत्मविश्वास मिलता है। अगले स्टेशन का सिग्नल आने पर वह गति को पुन: कम कर लेता है।

गौरतलब है कि खासतौर से दिसंबर मध्य के महीने से लेकर जनवरी के अंत तक देश के अनेक हिस्सों में कोहरे के कारण ट्रेनों के देरी से चलने का जो सिलसिला शुरू होता था, वह सिर्फ घंटों की देरी में ही नहीं सिमटता था, बल्कि कई ट्रेनें तो तय समय से इतनी अधिक देरी से चलती थीं कि 12 नहीं 18 से 20 घंटे देरी से अंतिम स्टेशन तक पहुंचती थीं। नई तकनीक से अब हालात सुधरे हैं।

मंडल के हिसाब से फॉग डिवाइस

मंडल डिवाइस

बीकानेर मंडल 320

अजमेर मंडल 34

जोधपुर मंडल 327

जयपुर मंडल 198

बीकानेर मंडल के पास 300 से अधिक डिवाइस हैं उपलब्ध

अत्यधिक कोहरे के चलते उतर-पश्चिम रेलवे की ओर से सभी मंडलों को 879 फॉग डिवाइस उपलब्ध करवाए गए। इनमें बीकानेर और जोधपुर मंडल को सबसे ज्यादा डिवाइस उपलब्ध करवाई गई हैं। कोहरे की अधिकता वाले रेलखण्डों को चिन्हित कर लिया गया है तथा सभी कोहरे से प्रभावित स्टेशनों पर विजिबिलिटी टेस्ट आब्जेक्ट की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। घने कोहरे वाले रेलखण्डों में चलने वाली समस्त रेलसेवाओं के लोको पायलट को फॉग सेफ्टी डिवाइस उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।

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