बीकानेर,श्री बीकानेर महिला मंडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में साईबर और साईबर क्राईम संबंधी विशेष कार्यशाला का आयोजन संस्था निदेशक गजेन्द्र सिंह राठौड़ के सानिध्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्यकार, समाजसेविका सुधा आचार्य ने की।
वर्तमान में 2 साल के एक बच्चे से लेकर 90 साल तक का व्यक्ति भी इसका शिकार हो रहा है ,जिसका भुगतान आज संपूर्ण राष्ट्र कर रहा है। साइबर अपराध की पहुंच कोई भौतिक सीमा नहीं जानती ।अपराधी, पीड़ित और तकनीकी अवसंरचना दुनिया भर में फैली हुई है ।व्यक्तिगत और उद्यम स्तर पर सुरक्षा कमजोरी का लाभ उठाने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ साइबर अपराध कई रूप लेता है और लगातार विकसित हो रहा है। संस्था मैनेजर सुहानी शर्मा के अनुसार गोविंद व्यास (पुलिस निरीक्षक), शिव कुमार शर्मा (प्रोग्रामर ) और सुभाष कांस्टेबल ने वहां उपस्थित समस्त विद्यार्थियों , अभिभावक गण और स्टाफ को साइबर क्राइम की जानकारी देकर जागरूक करने का संपूर्ण प्रयास किया ।
इस कार्यशाला में कक्षा 7 से 12 वीं तक समस्त छात्र- छात्राएं, शैक्षणिक स्टॉफ एवं अभिभावक गण ने भाग लिया । गोविंद व्यास, पुलिस निरीक्षक ने उपस्थित जन समुदाय को सोशल मीडियॉ पर अपनी न्यूनतम जानकारी अपलोड करने के लिए प्रेरित किया तथा छात्रओं को इस बाबत् विशेष रूप से आगाह किया कि ऑनलाईन मित्रता के माध्यम से तथा साइबर ग्रुमिगं के माध्यम से साइबर अपराधी पीड़ित की निजी जानकारी प्राप्त कर उनका प्रत्येक तरीके से शोषण करते है। लिहाजा ऑनलाइन डेटिंग साइट से बचना चाहिए और ऑन लाईन जगत में स्वयं की प्राइवेसी सेंटिंग हमेशा ऑन रखें । साथ ही पुलिस द्वारा दिन-प्रतिदिन किये जाने वाले साइबर अपराध के अनुसंधान से उत्पन्न अनुभवों को भी उदाहरण के माध्यम से साझा किया गया तथा कानूनी प्रावधानों से अवगत करवाया। साइबर अपराध होने की दशा में रखी जाने वाली सावधानियाँ तथा बचाव के उपाय भी बताए। शिवकुमार शर्मा द्वारा पीपीटी द्वारा अपने अनुभव के माध्यम से साइबर अपराध, सावधानियां तथा राहत तंत्र से अवगत कराया और बताया कि साइंस टेक्नोलॉजी की प्रगति ने जहां एक ओर सुविधा को बढ़ाया है वहीं इंटरनेट और मोबाइल के माध्यम से साइबर क्राइम की संख्या में भी भारी बढ़ोतरी हुई है । इससे बचने, शिकायत करने और निराकरण हेतु नवीन टेक्नोलॉजी का उपयोग कुशलता से करने के संबंध में जागरुक किया । वर्कशॉप में विभिन्न प्रश्नों एवं आशंकाओं का समाधान किया गया । साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में करियर हेतु तैयारी तथा संभावनाओं के सदंर्भ में उन्होने मार्गदर्शन भी किया । कार्यक्रम की साहित्यकार सुधा आचार्य ने पुलिस विभाग द्वारा की इस पहल की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस विभाग सदैव राष्ट्रहितार्थ समर्पित सेवा भाव सेअपना दायित्व निभाता रहा है। साईबर क्राईम संबंधी प्रदत्त जानकारी जनता के लिए हितकारी है। ऐसे कार्यक्रम अनेकों संस्थानों में आयोजित होने चाहिए।संस्था निदेशक गजेन्द्र सिंह राठौड़ के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी साइबर अपराध जागरूकता से संबंधित पैंपलेट स्कूल प्रशासन को उपलब्ध करवाये गये ।
कार्यक्रम संचालन में विजय सिंह चौहान, नवल आचार्य व समस्त स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही । मंच संचालन 11th की छात्राएं गरिमा व्यास और नंदिनी शर्मा ने की।
कार्यक्रम की समाप्ति अनीता व्यास ने पुलिस एवं साईबर पुलिस स्टेशन सहित उपस्थित सभी अतिथिगण ,विद्यार्थियों अभिभावक गण व स्टाफ को धन्यवाद ज्ञापित किया और आगे भी इसी प्रकार की कार्यशाला आयोजित करने का अनुरोध भी किया।