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बीकानेर,ग्राम मोमासर में हुआ विशेष आयोजन संस्कृत,संस्कृति,संस्कार एवं शैक्षिक उत्थान में सतत कर्मशील, सत्यनिष्ठ, नर सेवा ही नारायण सेवा आदि गुणों से ओत-प्रोत घनश्याम शर्मा के जीवन से हम सबको शिक्षा लेनी चाहिए। ये विचार मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ राजकुमार शर्मा ने रखे। उपखण्ड के ग्राम मोमासर में साहित्यालंकार पं. घनश्याम शर्मा स्मृति विद्यापीठ, रतन नगर द्वारा रा उ मा वि में शुक्रवार को आयोजित प्रतिभा-प्रोत्साहन एवं सम्मान समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती सरिता संचेती ने अपने उद्बोधन में कहा कि घनश्याम शर्मा 1947 में इस ग्राम में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत रहे तथा उनकी स्मृति में उनके परिजनों द्वारा बच्चों एवं शिक्षकों को सम्मानित करना इस सौभाग्य एवं गर्व की बात है। घनश्याम जी के 90 वर्षीय शिष्य गौरीशंकर जोशी ने उनके स्वभाव एवं कार्य शैली को बताते हुए गुरु-शिष्य सम्बन्धों पर प्रकाश डाला तथा उस समय के अपने अनुभव साझा किए। प्रधानाचार्य मुकेश कुमार मीना ने विद्यालय गतिविधियों एवं प्रगति की जानकारी दी। समारोह में राउमावि इचरज देवी पटावरी बा उ मा विद्यालय की 52 शैक्षणिक एवं सह-शैक्षणिक विद्यार्थी प्रतिभाओं तथा राउमावि के शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक प्रदान कर सम्मानित किया गया। विद्यापीठ की ओर से प्रधानाचार्य मुकेश कुमार मीना, श्रीमती सरिता, सरपंच श्रीमती सरिता संचेती, प्रबंधन समिति के सदस्यों तथा पत्रकारों में पत्रकार विशाल स्वामी, श्रीमती कपिला स्वामी, राजू हीरावत, विद्याधर शर्मा सत्येन्द्र राजवंशी विजय सिंह, को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गान से शुरू समारोह में घनश्याम शर्मा के 96 वर्षीय शिष्य मोहनलाल नाई एवं गौरीशंकर जोशी का माल्यार्पण, शॉल, प्रतीक आदि प्रदान कर डॉ वेद प्रकाश शर्मा द्वारा सार्वजनिक अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर विद्यापीठ की से विद्यालय को साउंड सेट एवं सरस्वती प्रतिमा भेंट की गई। कार्यक्रम शुभारम्भ के समय ग्राम पंचायत की ओर से उप सरपंच जुगराज संचेती एवं ग्रामवासियों द्वारा मंचस्थ अतिथियों एवं घनश्याम शर्मा के परिजनों का शाल एवं साफा अर्पित कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर वार्ड पंच एवं पत्रकार विद्याधर शर्मा ने ग्राम में नव निर्मित खेल मैदान का नामकरण ‘जैन आचार्य महाश्रम योग साधना एवं क्रीड़ा केंद्र’ करने के लिए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी से अनुरोध किया गया। इस भव्य समारोह में ग्राम के गणमान्य नागरिक, प्रबुद्धजन, समाजसेवी भामाशाह भी उपस्थित रहकर साक्षी बने संयोजन डॉ राधाकिशन सोनी ने किया।

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