बीकानेर, ई-उपकरण पोर्टल पर ऑनलाईन उपकरण मरम्मत व रखरखाव हेतु किए जा रहे कार्यों तथा इस कार्य हेतु नियुक्त कार्यकारी एजेन्सी केटीपीएल के प्रतिनिधियों तथा मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. गुंजन सोनी सहित सभी विभागाध्यक्षों की एक बैठक मंगलवार को आयोजित हूई। इस बैठक में पीबीएम अस्पताल के सभी विभागों में स्थापित उपकरणों की मरम्मत व रखरखाव में आ रही दिन-प्रतिदिन की समस्याओं के समाधान हेतु चर्चा हूई।
बैठक में सर्वप्रथम सभी आमंत्रित अधिकारियों को केटीपीएल के महाप्रबन्धक हरीश शर्मा ने ई-उपकरण के प्रयोजन तथा उनकी संस्था द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के बारे में विस्तार से अवगत कराया एवं सम्बन्धित विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए सभी विभागों के एएमसी/सीएमसी/वारन्टी रहित 563 प्रकार के उपकरणों की मरम्मत एवं रखरखाव किया जायेगा। शर्मा ने बताया कि जो उपकरण एएमसी/सीएमसी/वारन्टी में है, ऐसे उपकरणों की खराबी की जांच कर सम्बन्धित कम्पनी से शीघ्रताशिघ्र ठीक कराये जाने का कार्य भी किया जायेगा।
शर्मा ने ई-उपकरण पोर्टल के माध्यम से किसी भी उपकरण के खराब होने की स्थिति में अपनाये जा रहे सूचना तंत्र के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि खराब उपकरणों की शिकायत केटीपीएल द्वारा चस्पा बार-कोड संख्या के आधार पर टोलफ्री नं. 1800 102 4930 अथवा ई-उपकरण पोर्टल में आईवीआरएस अथवा मोबाईल एप के माध्यम से दर्ज करवायी जा सकती हैं। शिकायत दर्ज होने के उपरान्त अनुबंध के अनुसार प्रथम 1 घण्टे के भीतर कॉल अटेण्ड की जावेगी और आगामी 24 घण्टे में मरम्मत की कार्यवाही सम्पादित की जावेगी। शर्मा के अनुसार केटीपीएल द्वारा एसपी मेडिकल कॉलेज के अधीन 6 इन्जीनियर नियुक्त किए गए है, जो 24 घण्टे उपलब्ध रहकर कॉल अटेण्ड करेगें।
इन बिन्दुओं पर बनी सहमती
केटीपीएल को मेडिकल कॉलेज और पीबीएम अस्पताल में एक कक्ष आवंटित किया जावेगा तथा पीबीएम में इंजीनियर्स की उपस्थिति का सत्यापन भी होगा।
सभी विभागाध्यक्ष यह सुनिश्चित करेगें कि विभाग में किसी उपकरण की मरम्मत में निर्धारित अस्पताल समय अर्थात् 02ः00 या 03ः00 बजे से अधिक, लगता है तो विभाग का एक प्रतिनिधि उपस्थित रहेगा।
विभागाध्यक्ष स्तर पर दर्ज होने वाली शिकायत का निस्तारण कराये जाने का उत्तरदायित्व सम्बन्धित विभागाध्यक्ष का होगा।
सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए गए कि विभाग में स्थापित उपकरणों को पोर्टल में दर्ज कराने की कार्यवाही करावें।
केटीपीएल प्रतिनिधियों को शेष रहे उपकरणों की बार-कोडिंग किए जाने के निर्देश दिए गए तथा जिन उपकरणों की बार-कोडिंग हो चुकी है उनका लेवल-1 व लेवल-2 सत्यापन सम्बन्धित विभागाध्यक्षों द्वारा किए जाने के निर्देश दिए गए। लेवल-2 सत्यापन के शेष रहने की स्थिति में सम्बन्धित विभागाध्यक्ष उत्तरदायी होगा।