विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी ने अपनी ही सरकार के पुलिस प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए बीकानेर पुलिस को निकम्मा करार दिया है। दरअसल, पिछले दिनों डूडी के गजनेर रोड स्थित पेट्रोल पंप पर फायरिंग हुई थी, जिसे पुलिस ने आपसी झगड़ा बताया था। डूडी ने आरोप लगाया है कि पुलिस इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ रही है।
बातचीत में डूडी ने कहा कि फायरिंग की घटना के दो घंटे बाद नयाशहर थानाधिकारी उनके भतीजे को फोन करके पूछते हैं कि थाने पर कोई घटना हुई है क्या? कानून व्यवस्था के हालात ये है कि थाने से चार सौ मीटर दूरी पर कोई घटना होती है और थानेदार को दो घंटे बाद भी पता नहीं होता कि क्या हो गया? इस मामले में पुलिस अब ये कह रही है कि किसी का आपसी झगड़ा था। अगर ये आपसी झगड़ा था तो क्या पेट्रोल पंप झगड़ा करने का मैदान है। उस जगह लूट का प्रयास हुआ था। फायरिंग की गई थी। फायर करके वहां से कारतूस के खोले भी उठाकर ले गए। अगर फायर पंप पर कहीं लगता तो बड़ी घटना हो सकती थी। पुलिस इस पूरे मामले को इतना सहजता से कैसे ले सकती है।
नहीं सुन रहे एसपी व आईजी
डूडी ने आरोप लगाया कि इस मामले में वो एसपी और आईजी तक को सूचना दे चुके हैं लेकिन कोई असर नहीं पड़ रहा। बीकानेर पुलिस पूरी तरह निकम्मी हो चुकी है। डकैती के प्रयास को सामान्य आपसी विवाद बताया जा रहा है।
45 लाख की लूट का क्या हुआ
डूडी ने बताया कि साढ़े तीन साल पहले उनके पंप पर अज्ञात लोगों ने 45 लाख रुपए बंदूक के दम पर लूट लिए थे।इस घटना के बारे में तो वर्तमान अधिकारियों को जानकारी तक नहीं है। डूडी ने बताया कि जब उन्होंने आला अधिकारियों से लूट के बारे में पूछा तो वो बोले कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी ही नहीं है। ये बहुत शर्मनाक है कि पुलिस पुरानी घटनाओं को याद ही नहीं रख रही। कोई सिस्टम ही नहीं है।
पूगल रोड पर हत्या का पता नहीं
डूडी ने कहा कि बीकानेर में लॉ एंड ऑर्डर है ही नहीं। पूगल रोड पर एक युवक की हत्या कर दी गई और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसा लगता है कि पुलिस चोर और हत्यारों के साथ मिली हुई है। किसी के प्लॉट पर कब्जा कर लिया है तो पुलिस उसकाे निकालने वाली नहीं है। ऐसी शिकायत लेकर जाते हैं तो राहत नहीं मिलती। हालात ये है कि पुलिस कब्जे करवा रही है।