बीकानेर न्यूज डेस्क, हर साल 3.5 प्रतिशत शहरी आबादी और 1.3 प्रतिशत प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष कचरे के ढेर में वृद्धि के कारण अब सरकारों ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।
राजस्थान के 19 शहरों में प्रतिदिन 1717 टन कचरे के निस्तारण के लिए सरकार ने एक बार में 131.93 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
वित्त आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक एक टन कचरा 1500 रुपये में साफ किया जाता है और एक व्यक्ति एक दिन में 600 ग्राम तक कचरा फैला देता है. इस प्रोजेक्ट को पिछले महीने ही तकनीकी मंजूरी दी गई है। वित्तीय स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। 19 शहरों में सबसे अधिक 33.59 करोड़ रुपये बीकानेर नगर निगम को स्वीकृत किये गये हैं. केटा उत्तर और केटा दक्षिण के लिए मिलाकर 35.30 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
यह प्लांट बीकानेर के वल्लभ गार्डन में बनेगा। जहां एमआरएफ सेंटर पहले से बनकर तैयार है। यहां सूखे-गीले कचरे को अलग-अलग कर गीले कचरे से कंपोस्ट बनाकर कंपोस्ट बनाया जाएगा और सूखे कचरे का अन्य कार्यों में उपयोग किया जाएगा। इसमें से प्लास्टिक, मेटल समेत सभी चीजों को अलग किया जाएगा। वल्लभ गार्डन के डंपिंग यार्ड की बाउंड्रीवॉल बनकर तैयार है।
स्वच्छ भारत मिशन-2 के तहत इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। गौरतलब है कि स्वच्छ भारत मिशन में ही पुराने डंपिंग यार्ड को खत्म करने के लिए करोड़ों रुपए पहले ही आवंटित किए जा चुके हैं। उसमें भी बीकानेर की शिव वैली के पास डंपिंग यार्ड की सफाई की जाएगी।