बीकानेर, ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के उद्देश्य से जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर बनाए रहे ई-पुस्तकालय अब आकार लेने लगे हैं। जिले में स्वीकृत 30 में से 24 पुस्तकालय भवन निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। शीघ्र ही यह पुस्तकालय युवाओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
जिला कलक्टर ने बताया कि महानगरों की तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्र के युवा भी बेहतर वातावरण और सुविधाओं के बीच प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयार कर सकें, इसे ध्यान रखते हुए यह पुस्तकालय बनाए जा रहे हैं। अब तक बज्जू खालसा, बीकानेर, खाजूवाला, कोलायत, पांचू, पूगल और श्रीडूंगरगढ़ के विभिन्न गांवों में तीन-तीन, नोखा में पांच तथा लूणकरणसर में चार पुस्तकालय स्वीकृत किए गए हैं। यह पुस्तकालय संबंधित पंचायत समिति और ग्राम पंचायत द्वारा बनाए जा रहे हैं। इनके भवन पर औसत 25 से 27 लाख रुपये तक व्यय किए जाएंगे।
*उदयरामसर का पुस्तकालय बना मॉडल*
जिला कलक्टर ने बताया कि उदयरामसर में बनाया गया स्मार्ट पुस्तकालय इस दिशा में मॉडल साबित हुआ है। यह पुस्तकालय ग्राम पंचायत द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस मॉडल पुस्तकालय में पाठकों के लिए ब्लॉक बनाए गए हैं तथा वाई-फाई की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के हिसाब से बेहतर वातावरण मुहैया करवाया गया है।
*सूचना केंद्र की ई-लाइब्रेरी के कार्यादेश जारी*
जिला कलक्टर तथा नगर विकास न्यास अध्यक्ष ने बताया कि शहरी क्षेत्र के युवाओं के लिए सूचना केंद्र परिसर में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त ई-लाइब्रेरी बनाई जाएगी। यह 50 से अधिक बैठक क्षमता की होगी। यहां संदर्भ पुस्तकों के आलावा ई-कंटेंट की सुविधा भी रहेगी। सेवानिवृत्त कार्मिक अथवा अन्य वरिष्ठ नागरिक विभिन्न समाचार पत्र-पत्रिकाएं पढ़ सकें तथा विभिन्न इनडोर खेल खेलने के साथ अन्य माध्यमों से मनोरंजन कर सकें इसे ध्यान रखते हुए यहां वृद्धजनों के लिए मनोरंजन कक्ष भी बनाया जाएगा। इन कार्यों के कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं। शीघ्र ही कार्य प्रारम्भ किया जाएगा।