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बीकानेर स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के सभागार में सातों कृषि विज्ञान केंद्रों ने समीक्षा बैठक में भाग लेकर, अप्रैल 2021 से मार्च 2022 अवधि से संबंधित प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। कुलपति प्रो आर पी सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस समीक्षा बैठक के दौरान प्रो. सिंह ने कहा की कृषि विज्ञान केंद्रों की प्राथमिकता कृषक हितैषी गतिविधियों का संचालन एवं किसानों जागरूकता पैदा करना जैसे किसानों के लिए प्रशिक्षण, कृषि उत्पादन प्रणाली की नई तकनीक, बीज एवं रोपण सामग्री को किसानों के खेत पर परीक्षण जैसे कार्यों के साथ साथ आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण, ज्ञान व कौशल संबन्धित गतिविधियों- कृषि प्रदर्शनी, बैठको के आयोजन करना है ताकि उनकी आमदनी बढ़े , कम लागत से अधिक मुनाफा कमा सके। प्रो सिंह ने कहा की समस्त केवीके, खरीफ अभियान प्रारंभ करें। खरीफ अभियान बैनर तैयार कर किसानों से मिलें और जहां भी किसान एकत्र हो सके, वहां किसानों को जानकारी दें और जागरूकता बढ़ाएं। कृषि वैज्ञानिकों को अनुसंधान, टेक्नोलॉजी, शिक्षा और प्रसार से संबंधित अद्यतन जानकारी और केवीके की मासिक बैठक निरंतर जारी रखने संबंधी सुझाव पर कार्य करने हेतु कहा गया। केवीके मिड टर्म रिव्यू हेतु पूरी तैयारी के साथ जाएं। केवीके को कहा गया की वे उनके क्षेत्र के नवाचारी किसानों जो विशेष प्रोजेक्ट जैविक, हॉर्टिकल्चर आदि पर कार्य कर को चिन्हित करें। इसी के साथ मछली पालन प्रोजेक्ट पर चर्चा हुई। कृषि विज्ञान केंद्रों की पानी की व्यवस्था, सोलर सिस्टम, स्टाफ आदि की व्यवस्था पर भी चर्चा हुई। प्रगति की समीक्षा करते हुए कुलपति महोदय ने कहा की उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषि विज्ञान केंद्र का चयन कर स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। समीक्षा बैठक के दौरान प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ सुभाष चंद्र, अनुसंधान निदेशक डॉ पी एस शेखावत, निदेशक भू सादृश्यता एवं राजस्व सृजन डॉ दाताराम, निदेशक मानव संसाधन विकास डॉ पी के यादव सहित सातों कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रभारी डॉ डी एस राठौर, डॉ एम एल रेगर, डॉ दीपक चतुर्वेदी, डॉ बलबीर, डॉ दयानंद, डॉ आर के शिवरान एवं डॉ बी एस शेखावत उपस्थित रहे।

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