
बीकानेर,सनातन संस्कृति में श्राद पक्ष पर पितरो को तर्पण करने का विशेष विधान हैं इन दिनों अपने पूर्वजों को जलाशय में स्नान कर पितरो को तर्पण करने का विशेष शास्त्रोक्त विधान है पितरो के तर्पण अनुष्ठान में व्यक्ति अपने पूर्वजों को जल तिल चावल जौ पुष्प दुग्ध से तर्पण करते हुए श्राद्ध कर्म करते हैं इन दिनों किए गए तर्पण व श्राद्ध कर्म पितरो को साल भर की तृप्त करने के लिए किया जाता है पितरो का आशीर्वाद प्राप्त करने से परिवार में सुख समृद्धि का विशेष वास होता है तथा व्यक्ति को परम सुख प्राप्त होता है इसी शास्त्रोक्त विधान की पालना में सनातन श्रद्धालुओं हेतु बीकानेर के धरणीधर तालाब पर निःशुल्क तर्पण अनुष्ठान के दिव्य व विशेष अनुष्ठान वर्षों से किए जाते हे 43 वे पूजन अनुष्ठान के साधक पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच ने बताया कि कर्मकांड भास्कर पंडित नथमल पुरोहित के सानिध्य व व पंडित गोपाल ओझा के आचार्यत्व में धरणीधर तरणताल में पितृ पक्ष में प्रातः 5.00 बजे से 8.00 तक एक एक घंटे के तीन सत्रो में तर्पण अनुष्ठान किए जा रहे हे जो प्रतिदिन जारी है सनातन संस्कृति में विशेष एव अतुलनीय योगदान से सेकड़ो सनातन धर्मावलंबी प्रतिदिन लाभ प्राप्त कर रहे हैं जिसमें पुत्र पोत्र अपने परिवार के पूर्वजों को विधि विधान से तर्पण कर रहे है
अमावस्या को शिव पूजन अभिषेक तर्पण के विशेष अनुष्ठान के पश्चात हवन के साथ तर्पण अनुष्ठान की पूर्णाहुति होगी
भारतीय संस्कृति एव सनातन सार्वभौम महासभा की ओर से भारतीय संस्कृति व सनातन जागृति महा अभियान में समर्पित पूजन अनुष्ठान के साधक पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच संतश्री ( राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संस्कृति एवं सनातन सार्वभौम महासभा , राष्ट्रीय संयोजक श्री विप्र महासभा) की अगुवाई में हो रहे धार्मिक अनुष्ठानों में 43 वे पूजन अनुष्ठान के अंतर्गत तर्पण अनुष्ठान में अधिकाधिक सहभागिता हेतु सनातन धर्मावलंबियों को वर्षों वर्ष के इस विशेष व दिव्य अनुष्ठान का लाभ उठाने व सनातन धर्म में आवश्यक सनातन परंपरा को सभी के द्वारा निर्वहन करने का आह्वान करते हुवे आवश्यक जानकारी प्रदान की जा रही है
पूजन अनुष्ठान के साधक प योगेन्द्र कुमार दाधीच का चातुर्मास का अनुष्ठान लगातार चार माह तक कार्तिक मास की पूर्णिमा तक होंगे
भादवा मास में प्रतिदिन पूजन सत्संग के अनुष्ठान होंगे
भादवा मास में विशेष पर्वों पर दिव्य व विशेष पूजन अनुष्ठान निर्धारित 151 मंदिरों में एक साथ हुवे
सनातन के इस पावन 43 वे चातुर्मास पूजन अनुष्ठान के दिव्य व विशेष अनुष्ठान में विशेष रूप से शामिल होकर पुण्य लाभ के अवश्य भागी बने संपर्क सूत्र – 9828996952
विशेष- चातुर्मास पूजन अनुष्ठान के दिव्य व विशेष अनुष्ठान में सहभागिता हेतु कोई शुल्क निर्धारित नहीं है सनातन के इस महा अनुष्ठान में सम्मिलित होकर सभी पुण्य लाभ प्राप्त करे