बीकानेर,जिला कारागार में भी बहन-भाई के अटूट बंधन का पर्व भैयादूज मनाया गया। गुरुवार सुबह से जेल परिसर में मुलाकातियों की कतारें लगी रहीं। कागजी कार्रवाई के बाद महिलाएं सजायाफ्ता कैदी भाईयों से मिलने पहुंची।उनके सूने माथ पर मंगल तिलक किया। वहीं भाईयों के पास देने को कुछ नहीं था। उन्होंने बहनों के सिर पर हाथ रखकर रक्षा का वचन लिया।
जिला कारागार में बुधवार और रविवार कैदियों से मुलाकात का दिन तय है। लेकिन, पर्व को लेकर दी मोहलत सभी का रास आई। यहां दिन भर माहौल खुशियों के बीच भावुक हुआ। गुरुवार सुबह से जेल परिसर में बनी विंडो पर लोगों की कतारें लगी रहीं। जेल प्रशासन द्वारा कागजी कार्रवाई की गई। कम्प्यूटराइज्ड विंडो से नाम बुलाकर पर्चियां दी गई। बाहरी कार्रवाई पूरी करने के बाद अंदर कैदियों भाईयों को भी तैयार किया गया। जैसे-जैसे वक्त आगे बढ़ा तो माहौल पल-पल बदलता रहा। बाहर खड़े लोग जल्दी अपनों से मिलने के लिए उतावले दिखे। वहीं मिलान परिसर में कैदी भाईयों को देखते ही महिलाएं रो पड़ी। उन्होंने उनके सूने माथे पर मंगल तिलक किया। मुंह मीठा कराया। मिलान का वक्त पूरा होते ही फिर यहां माहौल भावुक हो गया। न तो कैदी भाई अपने आंसू रोक सके और न ही महिलाएं, नाते-रिश्तेदार।गुरुवार सुबह से कैदियों से मिलने के लिए लोग जिला कारागार के बाहर कतारों में खड़े रहे। यहां कई शिफ्ट में कैदियों से मुलाकात कराई गई। जिसको लेकर कर्मचारियों काफी मशक्कत करनी पड़ी। बाहर की कागजी कार्रवाई के बाद लोगों के नाम पुकारे गए। उनका मिलान किया गया। इसके बाद अंदर कैदियों को तैयार किया गया।