बीकानेर,शास्त्री नगर की श्री वीर हनुमान वाटिका में चल रहे भागवत कथा रसोत्सव के पांचवें दिन बुधवार को ठाकुरजी के छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ाया गया तथा गोवर्धन पर्वत सहित भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं के उत्सव भक्ति संगीत के साथ मनाया गया। गुरुवार को कथा स्थल पर श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह उत्सव सचेतन झांकियों के साथ मनाया जाएगा।
कथा का वाचन विवेचन करते हुए पंडित भाईश्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की सभी लीलाएं अलौकिक-आध्यात्मिक के साथ लौकिक (सांसारिक) जीवन में प्रेरणा देने वाली है। उन्होंने एक प्रसंग के माध्यम से कहा कि व्यक्ति को अपने कर्मों का फल अवश्य भोगना पड़ता है। हमें नेक व धर्म संगत कर्म करने चाहिए। कथा स्थल पर हुई भागवत संबंधित प्रतियोगिता में श्रीमती मीरा गुप्ता प्रथम, विजय लक्ष्मी गौड़ द्वितीय व श्रीमती रेखा शर्मा तृतीय रहीं। इनको पंडित भाईश्री, श्रीमती अंजू ठकराल, श्रीमती रेखा गुप्ता आदि ने दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया। पूर्व पार्षद श्रीमती छाया गुप्ता ने पंडित भाईश्री, वेद पाठी ब्राह्मणों व कथा में भक्ति संगीत प्रस्तुत करने वाले कलाकारों का दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया।
श्रीराम मंदिर
विश्वकर्मा गेट के बाहर श्री राम मंदिर परिसर में पंडित बसंत व्यास ने भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिन भागवत का महत्व बताया। पंडित जगदीश गौर व कथा वाचक व्यास ने नवग्रह, भागवत का पूजन करवाया। कथा में पूजन श्रीकांत व श्रीमती जयश्री सोनी ने करवाया। कथा दोपहर बारह बजे से शाम पांच बजे तक एक सप्ताह चलेगी।