Trending Now


बीकानेर,पुलिस की समाज में छवि सुधारने के लिए बहुत सारे नारे दिए गए है। पुलिस स्टेशन परिसर में मंदिरों में भगवत नाम की तरह उकेरे गए हैं। जब कोई किसी तरह से पीड़ित व्यक्ति पुलिस के पास चला जाता है तो पुलिस का रवैया आम तौर पर नकारात्मकता भरा ही रहता है। जब कभी पुलिस की लापरवाही और अनदेखी पर बड़े सवाले उठते हें तो ऊपर से नीचे तक अधिकारी नसीयतें देते हैं। दोषी या लापरवाह पुलिस कर्मी के खिलाफ जो जैसे बन पाता है लीपापोती कर दी जाती है। हाल ही में व्यास कालोनी थाने के बिल्कुल पास में सेवा निवृति आईएएस अजीत सिंह सिंघवी के घर चोरी हो गई। इस घटना की रिपोर्ट व्यास कालोनी थाने में लिखवाई। घटना के बाद पुलिस के रवैये से वे नाखुश हैं। उनका फोन आया कि पुलिस ड्राइवर ने मौका मुआयना किया। पूरा मौका देखा ही नहीं और चलता बना। घटना की फिर एसपी आफिस में उनकी अनुपस्थिति में लिखित रिपोर्ट दी। अभी तक पुलिस ने संतोषजनक कार्रवाई नहीं की है। एक अन्य घटना गंगाशहर थाने के वार्ड नंबर 4 की थी। इसमें विगत 15 दिनों से वार्ड 4 में गजानंद ने अपने घर के आगे बारिश के दौरान खुद ने मिट्टी और ईंटें डालकर नाली अवरुद्ध कर दी। इससे पिछले सभी घरों का पानी सड़क पर बिखर रहा है। इसकी शिकायत लिखित में उप क्षेत्रीय कार्यालय गंगशहर में की गई। जमादार को भी बताया गया। वो मोहल्ले के लोगों से इस बात पर आए दिन झगड़ा करता है। पड़ोस में खड़ी दो गाड़ियों के कांच फोड़ दिए है। सभी से गाली गलौच करता है। सूचना गंगाशहर एसएचओ को दी गई। नाली तो निगम कर्मचारियों ने फोर्स बुलाकर निकाल दी। कांच टूटी दोनों गाड़िया मौके पर खड़ी है। मौके की स्थिति का अवलोकन करके उचित कार्रवाई करने का लोग चार दिन से इंतजार कर रहे हैं। यह पुलिस का घटनाओं के प्रति आम रवैया है। दोनों घटनाओं में क्या एसपी साहब पुलिस को घटना के प्रति संवेदनशीलता, तत्परता और उचित कार्रवाई के इंतजार में धन्यवाद ही दें।

Author