बीकानेर.केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने शनिवार को बीकानेर में दीनदयाल शोध संस्थान की ओर से आयोजित राष्ट्रीय संवाद कार्यक्रम ‘सुजलाम’ में शिरकत की. इस दौरान शेखावत ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा. शेखावत ने मंत्री बीडी कल्ला के भाजपा नेताओं को धर्म शास्त्रों पर बहस करने की चुनौती देने के बयान पर कहा कि जिन लोगों ने भगवान राम के अस्तित्व को नकारते हुए एफिडेविट सुप्रीम कोर्ट में दिया हो, ऐसे लोगों के बयानों पर क्या टिप्पणी की जाए.खुद कांग्रेस के मंत्री ही मान रहे ये बात
शेखावत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के मंत्री खुद कह रहे कि उनकी पार्टी में एक कार में बैठने जितने संख्या के विधायक रह जाएंगे. जब से कांग्रेस सरकार राजस्थान में आई है तब से प्रदेश की जनता त्रस्त है. अब हालात यह है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाने के लिए प्रदेश को माफिया के हवाले कर दिया गया है. प्रदेश में लूट मची हुई है. जल जीवन मिशन में सबसे ज्यादा पैसा देने के बाद भी प्रगति की दर में नीचे से दूसरे तीसरे स्थान पर होने को लेकर आरोप लगाया.
कल्ला की चुनौती पर शेखावत का हमला धीरे-धीरे आएगी जागरूकता
इस दौरान जल जीवन मिशन में केंद्र और राज्य की समान हिस्सेदारी के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों की 10 फ़ीसदी सिधारी जमा नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस योजना से काफी कुछ बदला है और धीरे-धीरे अब इसको लेकर लोगों की सोच बदलेगी और एक समय के बाद इस तरह की स्थिति नहीं रहेगी. ईस्टर्न राजस्थान परियोजना को लेकर के सवाल पर डालते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान में खड़े होकर पूर्वी राजस्थान की बात नहीं और जब वहां जाऊंगा तब वहां की बात करूंगा.
जल के महत्व पर ये कहा…
सेमिनार में मुख्य अतिथि रहे शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद जल जीवन मिशन की परिकल्पना को साकार होते देखा जा रहा है और जल के महत्व को देखते हुए ही एक अलग मंत्रालय का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत ने 220 बिलियन यूएस डॉलर का निवेश किया है जो कि आज दुनिया में सबसे ज्यादा है और आने वाले समय में देश में और भी कई बदलाव देखने को मिलेंगे.
उन्होंने कहा कि भूगर्भ जल स्तर को लेकर दो दिन पहले ही उनके मंत्रालय ने एक रिपोर्ट जारी की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि पश्चिम की सभ्यता और पूरब के सनातनी संस्कारों में काफी फर्क है और हमारे जल पर्यावरण संरक्षण के संस्कार हमें विरासत में मिले हैं. बीकानेर में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की ओर से पर्यावरण संरक्षण को लेकर किए जा रहे प्रयासों का भी उन्होंने जिक्र किया.