बीकानेर,बीकानेर के उस्ता कला के आर्टीजन शौकत अली उस्ता को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में माननीय पीयुष गोयल, केन्दीय मंत्री, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरूस्कार से सम्मानित किया गया। शौकल अली उस्ता द्वारा ऊट के चमड़े की खाल पर उस्ता कला क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर पुरूस्कृत किया गया, उस्ता द्वारा इस कला को आगे बढाने के लिए भी कई प्रयास किये जा रहे है, उन्होने बीकानेर क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ कर इस विलुप्त होती कला को आगे बढा रहे है। उस्ता कला राजस्थान के मरू प्रदेश बीकानेर की सर्वोत्तम कलाओं में से एक ह,ै इस कला में अधिक से अधिक आर्टीजनों को जोडने का प्रयास किया जा रहा है। शौकल अली उस्ता द्वारा बीकानेर का नाम गौरवान्वित किया है। इस अवसर पर शौकल अली ने बताया कि मेहनत से किया गया कार्य कभी बेकार नहीं होता है, मंजिल दूर होती है लेकिन मिलती जरूर है। उन्होने बताया कि इस पुरूस्कार का श्रेय मैं अपने परिवारजनों, गुरूजनों एवं मेरे शिष्यों को देना चाहता हूॅ।
उन्होने बताया कि इस कला को मेरे द्वारा आगे बढाये जाने में हर संभव प्रयास करता रहूंगा।
इस कला को मेरे साथ-साथ प्रयास वेलफेयर संस्थान, बीकानेर द्वारा भौगोलिक संकेत (G.I.) के लिए पंजीकृत करवानें हेतु कार्य रही है। जिसकी कार्यवाही उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, नई दिल्ली के कार्यालय में हस्तगत है। बीकानेर कसीदाकारी का अस्थाई भौगोलिक संकेत सं. 753 पर दर्ज है।
प्रयास वेलफेयर संस्थान के निदेशक मनमोहन पालीवाल ने बताया कि शौकल अली उस्ता के 30.11.2022 को बीकानेर पधारने पर उनका स्वागत विभिन्न संस्थाओं एवं विभिन्न प्रतिष्ठित लोगों द्वारा किया जायेगा।