बीकानेर, सातवां बीकानेर थिएटर फेस्टिवल (बीटीएफ) रंग सख्शियत संजना कपूर को समर्पित रहेगा। आयोजन से जुड़े सुरेन्द्र धारणिया ने बताया कि रंग प्रबंधन में संजना कपूर के योगदान को देखते हुए आयोजन समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि हर बार यह फेस्टिवल कला, साहित्य एवं रंगकर्म से जुड़ी शख्यिसत को समर्पित रहता है। संजना कपूर पिछले चार दशक से रंगक्षेत्र से जुड़ी हैं। संजना कपूर का बीकानेर से भी गहरा लगाव है। संजना ने लंदन थियेटर से डिग्री हासिल की। पृथ्वी थियेटर को मैनेजर के तौर पर 22 वर्षों तक चलाकर इसे नई बुलंदियों तक पहुंचाया। बाल नाटकों के प्रति उनका गहरा लगाव है।
आयोजन समन्वयक सुनील जोशी ने बताया कि अनुराग कला केन्द्र, विरासत संवर्धन संस्थान, तोलाराम हंसराज डागा चेरिटेबल ट्रस्ट और होटल मिलेनियम के संयुक्त तत्वावधान् में बीटीएफ का आयोजन 14 से 18 अक्टूबर तक होगा। इसमें लगभग पांच सौ रंगकर्मी एकत्रित होंगे तथा पांच दिनों तक प्रतिदिन पांच-पांच नाटक मंचित किए जाएंगे। आयोजन सचिव हंसराज डागा ने बताया कि नाटकों का मंचन रविन्द्र रंगमंच, टीएम ऑडिटोरियम, टाउन हॉल, रेलवे ऑडिटोरियम और हंशा गेस्ट हाउस में होंगे। आयोजित समिति अध्यक्ष टीएम लालाणी ने बताया कि महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाली रंग कार्यशालाओं, सेमिनार और संवाद श्रृंखला के विषय और वक्ताओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मधुसूदन अग्रवाल ने बताया कि महोत्सव के लोगो और वेबसाइट के विमोचन के साथ इसके डिजिटल प्रचार की श्रृंखला भी शीघ्र शुरू की जाएगी। अब तक के बीटीएफ वरिष्ठ रंगकर्मी निर्मोही व्यास, दिनेश ठाकुर, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. नंदकिशोर आचार्य, भानू भारती और शशि कपूर को समर्पित रहा है। गत बीटीएफ़ कोरोना संक्रमण के दौरान दिवंगत हुए रंगकर्मियों को समर्पित रहा। व्यवस्था प्रभारी विजय सिंह राठौड़ ने विभिन्न व्यवस्थाओं की रिव्यू किया। इस दौरान भरत राजपुरोहित, केके रंगा, अशोक व्यास, विकास शर्मा, हिमांशु व्यास आदि मौजूद रहे।