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बीकानेर-राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र गंगाशहर में सात दिवसीय निशुल्क योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा उपचार शिविर का समापन रविवार को केंद्र के योग भवन में समारोहपूर्वक हुआ। यहां पहले चरण में तीन दिनों तक प्राकृतिक चिकित्सा का निशुल्क उपचार दिया गया जिसमें 128 लोगों ने उपचार प्राप्त किया जबकि दूसरे चरण में यहां 17 से 21 सितंबर तक योग शिविर संचालित हुआ। दूसरे चरण के समापन तक यहां पर 68 लोगों ने योगाचार्य रतन तंबोली से योग की विभिन्न क्रियाएं सीखीं। समापन समारोह के मुख्य अतिथि बीकानेर नगर निगम के उपायुक्त यशपाल आहूजा थे। आहूजा ने इस मौके पर अपने संबोधन में योग को जीवन का आधार बताते हुए कहा कि योग से न केवल शरीर बल्कि मन भी तंदुरूस्त होता है। चिकित्सा क्षेत्र में प्राकृतिक चिकित्सा ही सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि बीकाणा नगर भी स्वस्थ व स्वच्छ रहे इसलिए सभी नागरिकों को कचरा कूडेदान में ही डालना चाहिए। अपने नगर को स्वस्थ व स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की भी अपील की। उन्होंने केंद्र की सेवाओं की सराहना की। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी विमलचंद कोचर ने योग व प्राकृतिक चिकित्सा अपनाने पर जोर दिया। विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह में मौजूद बैंक यूनियन नेता तथा गौड़ ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष वाई.के. योगी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी भी चाहते हैं कि देश स्वच्छ व स्वस्थ रहे। यह उनकी परिकल्पना है इसलिए योग व प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाना भी समाज सेवा है।

इससे पहले कार्यक्रम का संचालन करते हुए राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र के मंत्री बनवारी लाल शर्मा ने आयोजन पर प्रकाश डाला तथा केंद्र में संचालित विभिन्न गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने समापन समारोह के अतिथियों का परिचय भी कराया।
संस्था के उपाध्यक्ष श्रीभगवान अग्रवाल ने सभी आंगतुकों का आभार ज्ञापित किया तथा संस्था की गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने समाजसेवा के तहत सेवा संस्थान में सहयोग की अपील भी की। योगाचार्य श्री श्रीरतन तंबोली ने अनलोम विलोम, प्राणायाम, भ्रामरी, शीर्षासन, भुजंगासन, ताड़ासन, मयूरासन सहित अनेक योग क्रियाओं व योग विधियों की विस्तार से जानकारी दी और इनके फायदे भी बताए। इस दौरान सभी अतिथियों सहित आमजन की ओर से योगाचार्य श्री तंबोली का अभिनंदन भी किया गया। तंबोली यहां निशुल्क सेवाएं प्रदान कर लोगों का योग सिखा रहे हैं। श्री तंबोली के साथ सहयोगी के रूप में सेवाएं देने वाले योगाचार्य जूही गुप्ता, योगाचार्य हेमानी दाधीच, योगाचार्य पिंकी जैन व योगाचार्य हितेन्द्र मारू का भी सम्मान किया गया।
इस अवसर पर कार्यकारिणी सदस्य संतोष व्यास, धीरज पंचारिया, मयंक बोथरा, गोपीकिशन शर्मा, शंकरलाल पडिहार, कविता सुथार, कुणाल तंवर, सुनीता प्रजापत, कृष्णा प्रजापत, महावीर उपाध्याय आदि मौजूद रहे।

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