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जोधपुर,देचू थाना क्षेत्र की सेतरावा चौकी के प्रभारी को सस्पेंड किया गया है। जोधपुर ग्रामीण एसपी अनिल कयाल ने मध्य प्रदेश से पैदल लोक देवता बाबा रामदेव के दर्शन करने जा रहे एक परिवार लापता हुई युवती को वापस मिलाने की एवज में बीस हजार रुपए मांगने के आरोपी सेतरावा चौकी प्रभारी गोरधनराम विश्नोई को सस्पेंड कर दिया है। इस परिवार से कयाल ने खुद ने बात की थी। परिजनों ने एसपी के समक्ष गोरधनराम की ओर से भेजे गए मैसेज के अलावा ऑडियो रिकॉर्ड पेश की थी।

ग्रामीण एसपी अनिल कयाल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि गोरधनराम के खिलाफ गंभीर आरोपों में विभागीय जांच अपेक्षित है। ऐसे में प्रशासकीय कारणों के आधार पर उसे सस्पेंड करना आवश्यक है। उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर उसका मुख्यालय जोधपुर ग्रामीण पुलिस लाइन किया जाता है।

यह था मामला

मध्य प्रदेश के उज्जैन में खेती करने वाला 24 वर्षीय रवि आंजणा अपने सात अन्य परिजनों के साथ पैदल यात्रा कर बाबा रामदेव के दर्शन करने जा रहा था। उसके परिवार में पांच महिलाएं व तीन पुरुष शामिल थे। यात्रा संपन्न कर वापस उज्जैन पहुंच चुके रवि ने बताया कि 21 अगस्त को रामदेवरा जाने के लिए वे देचू के निकट एक भंडारे में ठहरे थे। वहां आराम कर जब रवाना होने लगे तो उनकी रिश्ते की एक बहन वहां नहीं मिली। पहले तो मैने सोचा आसपास ही होगी। काफी देर तक नहीं लौटने पर उसे फोन लगाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। पूछताछ करने पर सामने आया कि मुंह पर कपड़ा बांधे एक युवक आगे-आगे निकला। उसके पीछे उसकी बहन भी जा रही थी। उनके पास कोई वाहन नहीं था। भंडारे के लोगों के साथ एक बाइक परजाकर खोजबीन की, लेकिन वे नहीं मिले। इस पर भंडारे के लोगों के साथ वे देचू पुलिस थाना पहुंचे।

रवि ने बताया कि देचू पुलिस थाने के लोगों ने उसके साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया। उन्होंने उसे बैठाकर आराम से समस्या पूछी। इसके बाद बहन की फोटो लेकर आगे सेतरावा पुलिस चौकी को भेजी। थोड़ी देर में सेतरावा से पुलिस का मेरे पास फोन आया कि आपकी बहन का पता लगा लिया गया है। वह एक युवक के साथ में है। पुलिस थाने से बाहर आकर मुझे बीस हजार रुपए दे दो तो मैं तुम्हारी बहन को वहां पहुंचा दूंगा। पैसे नहीं देने पर बहन को छोड़ दूंगा और वह एक लड़के के साथ चली जाएगी। स्वयं को गोरधनराम बताने वाले इस पुलिसवाले ने लगातार फोन व मैसेज भेज दबाव बनाया। मैसेज भेजता और मेरे पढ़ते ही उसे डिलीट कर देता।

यह बात मैने देचू थाना प्रभारी को बताई।इस पर उन्होंने एसपी से बात की। थोड़ी देर में एक बड़े अधिकारी थाने में पहुंच गए। वो एसपी थे या नहीं, मुझे नहीं पता, लेकिन मुझे यहीं बताया गया कि एसपी है। उन्होंने मुझसे सारी बात पूछी। मेरे मोबाइल में पैसों के लेनदेन की रिकॉर्ड की गई बात को सुना। फिर उनके कहने के थोड़ी देर बाद पुलिस के लोग मेरी बहन को वहां लेकर आ गए।

रवि ने बताया कि जोधपुर से हमारे गांव के निकट के गांव का एक युवक हमारे पीछे लग गया। उसने मेरी बहन पर नजर रखना शुरू कर दिया। देचू के भंडारे में उसे मौका मिल गया और बहन को बहला-फुसला कर अपने साथ आगे ले गया। पुलिस उस युवक को भी पकड़ कर थाने लाई थी। बाद में रवि ने कहा कि वह मामला दर्ज करवाना नहीं चाहता है। यदि कोई अनहोनी होगी तो वे गांव जाकर उस युवक के खिलाफ मामला दर्ज करवा देंगे। अब पुलिस ने इस मामले में एक्शन लिया है। रवि ने कहा कि जोधपुर पुलिस व वहां के लोगों ने मेरी बहुत मदद की। मैं उनका आभारी हूं।

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