Trending Now




बीकानेर,राजस्थान सरकार द्वारा गोचर भूमि में कब्जा धारियों को पट्टे जारी करने के निर्णय के विरोध में पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरना गोचर भूमि पर पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी के सानिध्य”एवं “मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान के संयोजन में”श्रीमद् भागवत सप्ताह भक्ति ज्ञान महायज्ञ आयोजित किया जा रहा है।कथा प्रवक्ता बालसंत श्रीछैल विहारी जी महाराज द्वारा कथा स्थल “धरना स्थल सरेह नथानिया गोचर भूमि”पर देवीसिंह भाटी के सानिध्य मे साधना यूट्यूब चैनल के माध्यम से रोजाना 4:00 से 5:30 बजे शाम को ऑनलाइन प्रसारण हो रही श्रीमद् भागवत कथा का नित्य प्रतिदिन वाचन बालसंत श्री छैल विहारी जी के महाराज के मुखारविंद से हो रहा है। साथ ही साथ ईश्वर चैनल पर भी प्रातकाल शार्ट वीडियो एवं फोटोग्राफी के द्वारा गोचर भूमि”पर अनिश्चितकालीन आंदोलन की झलकियां बालसंत जी की भागवत कथा में दिखाई जा रही है।कथा संयोजक सदग्रहस्थ संत मनुजी महाराज ने बताया,कि चतुर्थ दिन का भागवत पुजन पुगल निवासी जुगलकिशोर सरोजदेवी बिहाणी दम्पति शास्त्री रविकुमार सारस्वत ने विधि-विधान से करवाया। चतुर्थ दिन की कथा का वाचन करते हुए बालसंतजी ने जड़ भरत,अजामिल की कथा, गज ग्राह वृतांत, देवासुर संग्राम,सूर्य वंश के राजाओं की कथा, वामन अवतार, राम जन्म, एव तत्पश्चात चंद्र वंश की कथाओं के साथ भगवान कृष्ण के जन्म की विस्तृत कथाओं का वर्णन किया गया,।कृष्ण जन्मोत्सव में संपूर्ण पंडाल हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की के गुंजायमान उद्घोष से संपूर्ण गोचर भूमि पर वृंदावन सा नजारा हो गया।साथ ही साथ चतुर्थ दिवस कृष्ण जन्मोत्सव की कथा के अवसर पर बालसंत जी ने कहा कि भागवत सप्ताह कथासार के मध्य देवीसिंह भाटी केअनिश्चितकालीन धरने की वाजिब मांग पर हाई कोर्ट में चल रहे हैं निर्णय पर हाईकोर्ट के द्वारा गोचर भूमि के पक्ष में आए हुए फैसले का निर्णय आने की खबर से संपूर्ण पंडाल में भागवत भगवान की जय, कृष्ण कन्हैया लाल की जय,देवीसिंह भाटी की जय, के उद्घोष से संपूर्ण गोचर भूमि एवं बीकानेर मरुधरा पर हर्ष की लहर छा गई। बालसंत जी ने कहा जब किसी समस्याओं का समाधान जीव को ना दिखाई दे।, तो जीव को समर्पणात्मक भक्ति के रूप में भागवत वाचन श्रवण का सहारा लेना चाहिए। भागवत एक ऐसा दिव्य शास्त्र है। जिसके श्रवण कीर्तन एवं मनन से संपूर्ण प्रकार की दैहिक दैविक भौतिक ताप व समस्याओ को शांति मिलती है।और हर प्रकार के अधुरे बिगड़े हुए कार्य पूर्ण रूप से सफल होते हैं। भागवत के चतुर्थ दिवस गोचर के प्रति हितपक्ष में आए हाईकोर्ट के निर्णय का सभी भागवत प्रेमियों एवं गोचर मे उपस्थित लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की।और सदैव देवीसिंह भाटी ओर गोचर के साथ में अपनी श्रद्धा बतलाई। बाल संत जी ने कहा।”समस्त कथा सेवा प्रभार हेतु अंशुमान सिंह गोगीबन्ना देवकिशन चांडक, रामकिशन आचार्य,सुनील बांठिया,भुरमल सोनी कमलकिशोर मालचंद पारीक,ओमप्रकाश कुलरिया,शेखर भाटी,नितेश आसदेव कुनाल पारीक, सीमा पुरोहित

Author