हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ जिला कारागार का विवादों से पीछा नहीं छूट रहा है। फिर से डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं ने जेल के सामने प्रदर्शन कर तहसीलदार को डीजी जेल के नाम ज्ञापन सौंपा। डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जेल एसपी योगंद्र सिंह व कुछ अन्य कर्मचारी कैदियों को प्रताडि़त करते हैं। जेल परिसर में अवैध हथियार और नशे का सामान मिलता रहता है। इसके लिए कैदियों से वसूली होती है। कोई कमजोर कैदी रुपए नहीं दे पाता है तो खतरनाक बंदियों से उसे पिटवाया जाता है। डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं ने जेल एसपी योगेंद्र सिंह व कुछ अन्य कर्मचारियों को तुरंत बर्खास्त कर मुकदमा चलाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कुछ देर तक सूरतगढ़ रोड पर जाम भी लगाया, हालांकि इसका ज्यादा असर नहीं दिखा। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष जगजीत जग्गी, जिला सचिव मोहन लोहरा, वेद मक्कासर, विनोद वर्मा, सुरेश जोड़कियां, बेअंत सिंह ,श्याम दास, राजेंद्र नायक, गुरजीवन रामाणा, चरण प्रीत बराड़, शंकर कासनिया, कलवंत बराड़ व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहें।
इसलिए उठ रही है मांग
हनुमानगढ़ जिला जेल में 15 अगस्त को एक विचाराधीन बंदी सोनू ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। इसके बाद से ही जेल प्रशासन के खिलाफ रोष देखने को मिल रहा है। इससे पहले भी डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं ने जेल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर जेल एसपी पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। बंदी के आत्महत्या के मामले में न्यायिक जांच भी चल रही है।
हनुमानगढ़ जेल में अधिकारी अपनी मनमर्जी कर रहे है। अब प्रशासन की ओर से एक सप्ताह के भीतर ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। अब भी सुनवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।