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बीकानेर,वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधी दर्शन की शिक्षा में भूमिका विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गयी इस अवसर पर राजस्थान असंगठित कामगार कांग्रेस की ओर से गजनेर रोड स्थित मारवाड़ स्टील सभागार में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधी दर्शन की शिक्षा में भूमिका विषयक संगोष्ठी आयोजित की गई संगोष्ठी के मुख्य वक्ता स्वामी विवेकानंद कॉलेज फॉर स्टडीज शीतल के प्राचार्य एवं गांधी दर्शन समिति के सदस्य डॉ.विजय आचार्य थे तथा अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जाकिर नागोरी ने की इस अवसर पर महात्मा गांधी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की गयी संगोष्ठी के मुख्य वक्ता में बोल के रूप में बोलते हुए डॉ. आचार्य ने कहां की आधुनिक शिक्षा केवल बच्चों को किताबी ज्ञान देने और प्रश्न उत्तर रटकर परीक्षा देने तक सीमित रह गई है महात्मा गांधी ने कहा था कि जब तक भारत का नागरिक अपने हाथों से प्रायोगिक कार्य कर कुशलता की शिक्षा प्राप्त नहीं करेगा तब तक शिक्षा का सही मायने में उपयोग नहीं हो सकता वर्तमान में मैकाले द्वारा आधारित अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा बच्चों को व्यवहारिक ज्ञान प्रदान नहीं कर रही है साथ ही भारतीय सभ्यता और संस्कृति का ज्ञान भी वर्तमान शिक्षा में नहीं के बराबर ज्ञान दिया जा रहा है तथा कही कही तो इतिहास को भी तोड़ मरोड़ कर पुस्तकों में प्रकाशित किया जाने का प्रयास किया जा रहा है जो भावी पीढ़ी के लिए जहर का काम कर रहा है अतः महात्मा गांधी के दर्शन पर आधारित शिक्षा प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों को देना वर्तमान परिप्रेक्ष्य की नितांत आवश्यकता है, जिससे बच्चे भारतीय संस्कृति के साथ-साथ व्यवहारिक शिक्षा के साथ साथ रोजगार मूलक शिक्षा और प्रायोगिक शिक्षा का ज्ञान प्राप्त कर सके विज्ञान के इस युग में हम अपनी मूल संस्कृति को भूलते जा रहे है। इस अवसर पर वरिष्ट कांग्रेस नेता एवं गांधी दर्शन समिति सदस्य एन.डी.कादरी ने कहा कि भारतीय संविधान की मूल आत्मा धर्मनिरपेक्षता को बच्चों तक पहुंचाने में आज की शिक्षा कामयाब नहीं हो रही है आज देश मे जो वातावरण बन रहा है उससे बच्चों पर सफल प्रयोग नहीं रहा है इसी का परिणाम है कि आज देश में विभिन्न प्रांतों में अलग-अलग प्रकार की विचारधाराएं पनप रही है जो कि भारत के भविष्य के लिए खतरा साबित हो सकती है शिक्षाविदों को चाहिए कि भारत की समसामयिक और सांप्रदायिक सौहार्द की भावनाओं को शिक्षा के माध्यम से भावी पीढ़ियों तक पहुंचाने का प्रयास करें इस अवसर पर संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष जाकिर नागौरी ने कहा कि महात्मा गांधी ने सदैव भारतीय सभ्यता और संस्कृति को को प्राथमिक शिक्षा में शामिल करने पर बल दिया जो कि आज के परिप्रेक्ष्य में जरूरी हो गया है इस अवसर पर अधिवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा कि गांधीजी सदैव प्रत्येक मानव के प्रति संवेदनशीलता रखते थे आज हमें शिक्षा के माध्यम से बच्चों को संवेदनशील बनने का अवसर प्रदान करना चाहिए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विजय कुमार व्यास ने कहा कि महात्मा गांधी का दर्शन वर्तमान परिपेक्ष में शिक्षा के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाना चाहिए जिससे देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्य रखा जा सके इस अवसर एडवोकेट शमशाद
मास्टर मोहम्मद इकबाल
छात्र नेता रक्षित सोनी
समाजसेवी नजरुल इस्लाम
युवा उद्यमी महिन हसन
मजदूर नेता फुसा राम नायक
रॉयल मोटर्स एमडी अकरम नागौरी आदि ने भी विचार व्यक्त किये।

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