
बीकानेर, ‘वंदे गंगा, जल संरक्षण जन अभियान’ के तहत पशुपालन विभाग द्वारा शनिवार को बहु उद्देशीय पशु चिकित्सालय, गोगागेट में जल संरक्षण से जुड़ी संगोष्ठी आयोजित की गई।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. कुलदीप चौधरी ने कहा कि जल संरक्षण का अर्थ पानी का कुशलतापूर्वक उपयोग और जल की अनावश्यक बर्बादी को रोकना है। पृथ्वी पर सभी जीवित प्राणियों के अस्तित्व के लिए जल आवश्यक है। जल सीमित है और इसका संरक्षण प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। संगोष्ठी में पशुपालन से जुड़े विभिन्न लोगों ने भागीदारी निभाई। इस दौरान उपनिदेशक डॉ. राजेश हर्ष, डॉ. राजेंद्र स्वामी और गोपाल सिंह नाथावत ने भी जल संरक्षण से जुड़े विचार रखे। अभियान के दौरान पशु गौशालाओं में पशु खेलियों की सफाई और पक्षियों के लिए परिंडे बंदे गए। जिससे इन जीवों को भी पर्याप्त और जल स्वच्छ जल उपलब्ध हो सके।