बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय (बीटीयु) में बीकानेर के आस पास के गांवों को उन्नत और स्मार्ट बनाने हेतु इस वर्ष के प्रत्येक माह में विशेष अभियान के तहत टीम द्वारा चयनित गाँवों के सरपंचों, सरकारी अधिकारीयों व स्कूल प्रबंधन से मिलकर ग्रामीण विकास कार्यक्रम करवाए जायेंगे. बीटीयु स्मार्ट विलेज पहल द्वारा चयनित गाँव पलाना है l जिसमे गत माह के दौरान स्वस्थ जागरूकता शिविर और प्रोढ़ साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया जा चुका है
*ये हैं संघटक कॉलेज ईसीबी द्वारा उन्नत भारत अभियान में चयनित गाँव*
कानासर, नालबाड़ी, शोभासर, कावनी, व बदरासर गाँवों को ईसीबी ने उन्नत भारत अभियान योजना के तहत ग्रामीण विकास हेतु चयनित किया है
*उन्नत भारत अभियान के तहत ये ग्रामीण विकास कार्यक्रम होंगे संचालित*
· उन्नत भारत अभियान के तहत चयनित गांवों में पढ़ रहे सरकारी व ग्रामीण स्कूलों के सीनियर व हायर सेकेंडरी विद्यार्थियों को रोजगार सृजन, उद्यमिता, व लघु स्तर पर व्यापार करने हेतु सरकारी योजनाओं की जानकारी देना.
· सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और प्रोग्रामों को ज्यादा प्रभावी बनाने हेतु चयनित गांवों के ग्रामीणों को शिक्षिक करना.
· गाँव के विकास में रोड़ा बन रहे कारणों का पता लगाना.
· स्वच्छ व स्वस्थ भारत अभियान के बारे में जागरूकता देना. गाँवों में कोरोना व बाल टीकाकरण की जागरूकता देना.
· पर्यावरण जागरूकता, कृषि उत्पादकता बढ़ने के उपाय, वाटर हार्वेस्टिंग अर्थात बरसात के पानी को विभिन्न तरीकों से संचित करना या बचने के तरीकों पर जागरूकता अभियान चलाये जायेंगे.
*प्रत्येक माह बीटीयु द्वारा ये कार्यक्रम होंगे संचालित*
इसी महीने मार्च में पालना गाँव में नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया जाएगा, अप्रैल में एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) योजना के तहत बाल विकास के कार्यक्रम होंगे, मई में कृषि उत्पादकता बढाने का शिविर, जून में वाटर हार्वेस्टिंग अर्थात बरसात के पानी को विभिन्न तरीकों से संचित करना या बचने के तरीकों पर जागरूकता अभियान, जुलाई में पोधा रोपण कार्यक्रम, अगस्त में कंप्यूटर जागरूकता शिविर, सितम्बर में स्किल डेवलपमेंट मिशन, अक्टूबर में स्वच्छ भारत मिशन और नवम्बर में वरिष्ठ नागरिकों हेतु शिविर लगाए जायेंगे l
*क्या है उन्नत भारत अभियान योजना*
भारत सरकार के मानव संसाधन विभाग द्वारा वर्ष 2014 में शुरू की गयी उन्नत भारत अभियान योजना का उद्देश्य देश के गावों के विकास के लिए उच्च शिक्षण संस्थाओं को ग्राम विकास का भागीदार बनाना है। उच्च शिक्षण संस्थान अपने ज्ञान व अनुभव के माध्यम से गाँव की समस्याओं का व्यावहारिक हल निकाल सकें इस हेतु भारत सरकार द्वारा इस योजना को लागू किया गया है ।
_चयनित गांवों को उन्नत, विकसित और स्मार्ट बनाने हेतु कार्यक्रम चलाये जायेंगे l गांवों के विकास में बाधक बन रहे कारणों पता लगाकर समाधान खोजा जायेगा l_ — *प्रो. अम्बरीष शरण विद्यार्थी, कुलपति, बीटीयु*