श्रीगंगानगर के सुदूर इलाके समेजा कोठी के राजकीय उ प्रा विद्यालय में उस समय सनसनी फैल गई जब स्कूल के प्रधानाचार्य कक्ष में प्रधानाचार्य को पंखे से फंदे से लटकते बच्चों ने देखा ।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा और रायसिंहनगर के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाया। स्कूल में प्रिंसिपल द्वारा आत्महत्या करने की यह घटना रायसिंह नगर तहसील के समेजा कोठी के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में हुई ।
समेजा कोठी थाना के भोम सिंह ने बताया कि आज सुबह सूचना मिली की प्रधानाचार्य कक्ष में कमरा अंदर से बंद है तथा प्रधानाचार्य महेंद्र सिंह का शव पंखे से लटक रहा है, इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पंखे से उतारकर राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। प्रधानाचार्य द्वारा स्कूल में आत्महत्या किए जाने के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है, मौके पर किसी भी प्रकार का कोई सुसाइड नोट आदि बरामद नहीं हुआ है।
मूल रूप से हनुमानगढ़ जिले के भादरा का रहने वाला महेंद्र सिंह स्कूल में प्रधानचार्य के पद पर कार्य कर रहा था। 30 वर्षीय महेंद्र सिंह अविवाहित था 2 साल पहले ही वह ट्रांसफर होकर इस स्कूल में आया था। गांव में ही वह अपनी मां के साथ रहता था, कल स्कूल बंद होने के बाद वह घर नहीं पहुंचा था, आज सुबह जब स्कूल खुली तो प्रधानाचार्य के न आने के बाद प्रधानाचार्य कक्ष बंद देखकर खिड़की में से बच्चों ने जब अंदर झांका तो अंदर प्रधानाचार्य के शव को लटकता हुआ देखा और स्टाफ को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। फिलहाल पुलिस ने प्रधानाचार्य महेंद्र सिंह के हनुमानगढ़ स्थित परिजनों को सूचित किया है और मामले की जांच कर रही है ।