बीकानेर, लग्जरी और महंगी कारों का शौक अब हरेक के सिर चढ़कर बोल रहा है। नेता बन जाए और रौब ना हो यह भी बैठता नहीं है। सरपंची का रौब झाडऩे के लिए इस बार सरपंच बने जनप्रतिनिधियों ने नई कार खरीदी है। कारें भी लग्जरी और महंगी है। कई जनप्रतिनिधियों आज भी बिना वाहन ही जनसेवा कर रहे हैं। बीकानेर पंचायत समिति में कुल ५२ सरपंच है। इन सरपंचों में लग्जरी कारों का शौक है। ५२ सरपंचों में से ३२ सरपंचों ने नई कार खरीदी है, इनमें भी सात ऐसे हैं जिन्होंने लग्जरी कारें खरीदी है, जिनकी कीमत २५ लाख से अधिक हैं। सरपंची मिलते ही लग्जरी गाडिय़ों की खरीद करने को लेकर गांवों में चर्चाओं का माहौल है। एक अनुमान के मुताबिक जिले के ३६७ सरपंचों में महज ३७ सरपंच ही ऐसे हैं, जिनके पास कोई लग्जरी वाहन नहीं है। वह साधारण व्यक्ति की तरह की जनप्रतिनिधि का किरदार निभा रहे हैं। गांवों में घुमने के लिए जरूरी है वाहन एक सरपंच ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सरपंच बने तो वाहन जरूरी है। रात को कभी कभार कोई काम होने पर किसी जगह जाना पड़े तो वाहन बिना परेशानी होती है। साथ ही कोई विवाद हो या अन्य कोई काम हो समय पर नहीं पहुंचे तो आमजन विरोध में हो जाते हैं। इसलिए खुद का वाहन होना जरूरी है। इसलिए वाहन खरीदा है। एक जनप्रतिनिधि का कहना है कि जनप्रतिनिधि के पास खुद का वाहन होना जरूरी है। अब लोग लग्जरी कारें ले रहे हैं ताकि सरपंची का क्रेज रहे। वह गांव में जाते हैं तो लोग सरपंच साहब कहकर संबोधित करते हैं। सरपंच साहब गाड़ी में हर समय गाड़ी में तीन-चार जनों को साथ रखते हैं। सरपंच बनने पर कई लोग अपने घुमने के लिए गाड़ी लेते हैं तो कई अपने काम के लिए वाहन खरीदते हैं जो घर के काम आ जाती है और गांवों का दौरा करने में भी उपयोग करते हैं। इन्होंने खरीदी नई कार बीकानेर पंचायत समिति के ५२ सरपंचों में से ४८ के पास चौपहिया वाहन हैं। इनमें भी हेमेरां, रुणिया बड़ा बास, राजेरा, बेलासर, सींथल, मूंडसर, रामयर, रिड़मलसर, पेमासर, उदासर, नौरंगदेसर, लालमदेसर ग्राम पंचायत के सरंपचों ने सरपंच बनने के बाद ही नए चौपहिया वाहन खरीद किए हैं। इसके अलावा सात सरपंचों के कोई भी चौपहिया वाहन नहीं है। यह पहले से गाड़ी पर सवार
केसरदेशर जाटान सरपंच के पास स्कॉर्पियो, कालासर सरपंच के पास सफारी, डांडूसर सरपंच के पास बोलेरो, कतरियासर सरपंच के पास बोलेरो, जलालसर सरपंच के पास पहले से फॉच्र्यूनर, हुसंगसर सरपंच के पास बोलेरो, बम्बलु सरपंच के पास बोलेरो, तेजरासर सरपंच के पास फॉच्र्यूनर, नापासर सरपंच के पास बोलेरो, राजेड़ू सरपंच के पास पहले से बोलेरो गाड़ी हैं।