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बीकानेर सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज को आवंटित होने वाला सालाना बजट इस बार कुछ ज्यादा मिल सकता है। कॉलेज प्रबंधन ने चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 की जगह वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 30 करोड़ रुपए ज्यादा आवंटित करने की मांग की है। इसमें आगामी वित्तीय वर्ष में पचास करोड़ रुपए मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं के विस्तार और नई मशीनें आदि खरीद करने पर खर्च करने का प्रस्ताव बनाया है। जयपुर में बुधवार को चालू वित्तीय वर्ष में 160 करोड़ रुपए मिला था बजट,आगामी साल के लिए 30 करोड़ ज्यादा की भेजी डिमांड वित्त समिति की बैठक में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन शामिल हुआ और बजट डिमांड के यह प्रस्ताव रखे। लेकर प्रस्तावित योजनाओं पर चर्चा की गई।

मेडिकल कॉलेज में चालू वित्तीय वर्ष के आगामी तीन महीनों के लिए इतना पैसा ही बचा है कि कर्मचारियों के वेतन-भत्तों का भुगतान हो सके। ऐसे में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने आगामी तीन माह में नए निर्माण कार्य नहीं करने का निर्णय किया है। साथ ही नई चिकित्सकीय मशीनों आदि की खरीद भी नहीं की जाएगी। यदि कॉलेज की ओर से आगामी वर्ष के लिए बढ़ाकर मांगे तीस करोड़ रुपए मिल जाते हैं तो आगामी वर्ष की अंतिम तिमाही में इस बार वाली स्थिति नहीं होगी।

अभी तक 120 करोड़ खर्च

चालू वित्तीय वर्ष में कॉलेज में आवंटित की गई 160 करोड़ रुपए की राशि में से अभी तक 120 रुपए खर्च हो चुके हैं। अब शेष रही राशि को केवल वेतन-भत्ते और बिजली-पानी के बिल ही जमा कराने को कहा गया है। नए निर्माण तथा मशीनरी की खरीद पर रोक लगाने को कहा गया हैं। शेष रही राशि को मार्च 2022 तक खर्च करने को कहा गया है।

आगामी साल के लिए

190 करोड़ मांगे

जयपुर में हुई वित्त समिति की बैठक में आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 190 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान रखा है। इसमें 40 करोड़ का नव निर्माण, 9 करोड़ रुपए की मशीनरी पर खर्च किए जाएंगे। शेष राशि वेतन-भत्तों तथा कॉलेज में
कोई आवश्यक काम पर खर्च की जाएगी।

यह प्रस्ताव पर होगी चर्चाः मेडिकल कॉलेज के 190 करोड़
रुपए के बजट का प्रस्ताव पर अब वित्त समिति चर्चा करेगी। इसके बाद इसे अंतिम रूप से अनुमोदित किया जाएगा।

चालू साल में मिले 160 करोड़ रुपए

वित्तीय वर्ष 2021-22 में कॉलेज में विकास कार्य कराने, मशीन खरीदने, स्टाफ का वेतन तथा अन्य भत्तों आदि के लिए 160 करोड़ रुपए का बजट आवंटित हुआ था। इसमें से 100 करोड़ रुपए वेतन तथा अन्य भत्तों पर ही खर्च आ जाएगा। पीजी एवं यूजी सीटी की फीस से सवा करोड़, नवनिर्माण पर 30 करोड़ तथा मशीनों की खरीद के लिए 8 करोड़ रुपए खर्च रहने का अनुमान है। अब केवल वेतन-भत्तों के भुगतान लायक ही राशि कॉलेज के पास बची है।

वित्त विभाग करेगा फाइनल

कॉलेज प्रशासन ने आगामी वित्तीय वर्ष के लिए जो बजट का प्रस्ताव दिया है। उस पर वित्त विभाग की फाइनल रिपोर्ट के बाद अनुमोदन किया जाएगा।

डॉ. मुकेश आर्य, प्राचार्य, एसपी मेडिकल कॉलेज

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