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बीकानेर, जिन जिन मांओं क़े बेटों ने देश की रक्षा करते हुए अपने नाम शहीदों कि पंक्ति में लिखवाये हैँ उन माओं को मेरा सलाम है, कभी कभी तो इस तरह क़े श्रधांजलि समारोह में ऐसा देखने को मिलता है कि वीर माँ अपने बड़े शहीद बेटे को पुष्पांजलि अर्पित कर रहीं है ओर साथ saath में छोटा बेटा सैनिक कि वर्दी में माँ क़े साथ बड़े शहीद भाई को नमन कर रहा होता है,तो आँखे नम हो जाती है ओर उस माँ क़े प्रति दिल में श्रद्धा उमड़ पड़ती है.

ये उद्गार आज गौरव सेनानी एसोसिएशन बीकाणा कि और से वॉर मेमोरियल पार्क में शहीद मेजर रणवीर सिहं शेखावत ( शौर्य चक्र ) क़े 41 वें बलिदान दिवस पर श्रधांजलि सभा में बीकानेर कि प्रथम नागरिक व मेयर सुशीला कँवर राजपुरोहित ने अपने उद्बोधन में व्यक्त किये.
कार्यक्रम क़े प्रारम्भ में सभी अतिथियों द्वारा शहीद क़े चित्र क़े समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्पों क़े माध्यम से पुष्पांजलि अर्पित कि गई. गौरव सेनानी एसोसिएशन क़े कर्नल हेमसिहं शेखावत ने सभी का स्वागत किया, श्री प्रदीपसिहं चौहान द्वारा मेजर क़े पारिवारिक सैन्य गतिविधियों पर प्रकाश डाला. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीरामसर क़े छात्र छात्राओं ने देशभक्ति नाटक कि अभिव्यक्ति प्रस्तुत कर वही वही लूटी.

नन्हे बालक सूर्यप्रताप सिहं भाटी ने अपनी देशभक्ति कि कविता प्रस्तुत कि वही हिमालय परिवार क़े श्रीशिव कुमार जी ने देश भक्ति क़े गीतों क़े माध्यम से कार्यक्रम को गरिमामयी बना दिया.
मुख्य वक्ता क़े रूप में डॉ सुधा शर्मा ने अपने उद्बोधन एक सैनिक क़े परिवार क़े बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि मैं भी एक सैनिक कि माँ हूं मुझे इस बात का फक्र है कि मेरे एक ही बेटा है यदि ओर भी होते तो सभी को देश सेवा में लगा देती. इस अवसर पर बीकानेर क़े गणमान्य श्री बजरंग सिहं शेखावत, महावीर सिहं तंवर, श्री राम सिहं भाटी, कर्नल महेंद्र सिहं, कर्नल सुरेन्द्रसिहं शेखावत, पूर्व महापौर श्री अखिलेश प्रताप सिहं, पार्षद उमेदसिंह राजपुरोहित, पूजा मोहता, राजेन्द्र सिहं भाटी, कर्नल दिलीपसिहं, सेकेट्री सैनिक कल्याण बोर्ड, बीकानेर श्री अमरसिहं भाटी क़े साथ साथ बीकानेर क़े गणमान्य नागरिक, मातृ शक्ति, पूर्व सैन्य अधिकरी व जवान. सार्दुल राजपूत छात्रावास क़े छात्र, एन सी सी क़े केडेट्स, बी एस एफ क़े जवान मय सुसज्जित ऊँठ कार्यक्रम में उपस्थित रहे. कार्यक्रम क़े अंत में धन्यवाद व कार्यक्रम का संचालन प्रदीपसिंह चौहान ने किया.

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