
बीकानेर,आज चम्पाबाई की बगीची जस्सूसर गेट बीकानेर में आनन्द भारती जी की पुण्यतिथि निर्वाण दिवस पर निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर राजगुरु बीकानेर स्वामी श्री विशोकनन्द भारती जी के सानिध्य में सन्तसमागम20वा भण्डारे के साथ संम्पन हुआ।इस अवसर पर स्वामी विशोकनन्द भारती जी ने कहा कि जैसे भारत को स्वतंत्र करने के लिए गरमदल नरमदल द्वारा क्रांति की गई थी उसी प्रकार प्रत्येक स्त्री,पुरूष को चौरासी के चक्कर से बचने के लिए योग भक्ति एवं ज्ञान की क्रांति आवश्यक है।आज से पांच सौ साल पूर्व मेवाड़ की मीरा ने मुक्ति के लिए क्रांति की थी।बीकानेर का सौभाग्य है कि योग भक्ति तथा ज्ञान की साधना करने वाली लालीबाई जी से अनेक महिलाओं ने मोक्ष का मार्ग अपनाया था उन्ही की प्रेरणा से आनन्दी बाई जी ने मोक्ष मार्ग पार किया चम्पाबाई की बगीची शंकरी परम्परा की साधना का विशुद्ध स्थान है।इस अवसर पर मोहन आचार्य ,पँ. मुरलीमनोहर व्यास,भवानी सिंह राठौड़, नारायण कोठारी,चोरुमल माली आदि गणमान्यजन उपस्थित थे।