बीकानेर के गजनेर रोड स्थित मकान में निवास कर रहे एक सैनिक परिवार नगर निगम की बेरुखी से काफी परेशान है और घुट घुट कर जीने से मजबूर है। एक सैनिक परिवार जिसकी चार पीढ़ियां देश की सेवा में लगी है । उनके दादा मेजर रहे पिता लेफ्टिनेंट कर्नल तो संव्य कर्नल से रिटायर है और पुत्र अभी पुत्र कैप्टन के पद पर सेना में कार्यरत रह देस की सेवा में है । जिनके घर के आगे गत 1 जुलाई को नगर निगम आयुक्त ने रंजिश वस नाले की सफाई की आड़ में पूरे घर के आगे चार फीट लंबी खाई खोद डाली जिससे सैनिक परिवार का घर से निकलना दुभर हो गया हा। यह तक की खुदाई के साथ उनके घर की पानी की लाइन भी तोड़ डाली जिससे इस भूनकर गर्मी में पानी की किल्लत से भी जूझना पड़ रहा है ।अब यह सैनिक परिवार अपने बदहाली से परेशान है और अपने आप में मजबूर है की देश की सेवा चार पिडीयो से करने के बाद भी ये बेकद्री है तो इस शासन प्रशासन से आम आदमी क्या उम्मीद रख सकता है ।
इस बात ओर दस दिनों बाद भी कोई समस्या का समाधान नही होता रिटायर्ड कर्नल एस एस राठौड़ ने अपनी पीड़ा प्रेस के सामने रखी कर्नल राठौर ने बताया कि 1 जुलाई को नगर निगम आयुक्त केसर लाल मीना अपने लवाजमे के साथ आए और नाला सफाई की बात कर चेंबर खुलवाया तो उन्हें वापस ठीक करने की बात कहने पर बिफर गए और मेरे पिताजी रिटायर लेफ्टिनेंट कर्नल सुगनसिंह के साथ बेकद्री की ओर अप सबद कहे और रंजिश वस पूरी रोड को तीन फीट तक खुदवा डाली जिससे हमारा दूसरा गेट भी बंद होंग्या मेरे माता पिता बुर्जग है।जिनकी उम्र 94है। वो हार्ट के मरीज है उन्हें समय समय पर चेक अप हेतु सैनिक अस्पताल ले जाना पड़ता है। जो रास्ता ब्लॉक होने की वजह से नही ले जा पा रहे है कभी भी उनकी तबियत बिगड़ सकती है इसका कौन जिम्मेदार होगा। हमने कई जगह गुहार लगाली हमारी सुनवाई नही हुई अब हमे इंसाफ चाहिए और समान पूर्व हमारा घर का रास्ता खोला जाए और हमे राहत दी जाए अन्यथा हम दूसरा रास्ता अपनाना पड़ेगा । जल्द समस्या समाधान नही होता है तो पूर्व सैनिको और समाज के लोगो के साथ सड़क पर उतरेंगे और जरूरत पड़ी तो अनशन भी करेंगे जब एक सैनिक देश के लिए लड़ सकता है तो परिवार के लिए क्यों नही ।