बीकानेर,राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ ने हिन्दी-राजस्थानी साहित्य सृजन हेतु दिए जाने वाले राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा कर दी है । संस्थाध्यक्ष श्याम महर्षि और उपाध्यक्ष बजरंग शर्मा के अनुसार वर्ष 2023 का संस्था का सर्वोच्च व प्रतिष्ठित मलाराम माली स्मृति साहित्यश्री सम्मान जयपुर के प्रख्यात समालोचक दुर्गाप्रसाद अग्रवाल को उनके समग्र साहित्यिक अवदान के लिए प्रदान किया जाएगा। घोषित पुरस्कारों की जानकारी साझा करते हुए संस्था के मंत्री रवि पुरोहित ने बताया कि इस बार देश-भर से प्रविष्टियां व प्रस्ताव प्राप्त हुए। डाॅ. नंदलाल महर्षि स्मृति हिन्दी सृजन पुरस्कार बीकानेर के उपन्यासकार, लघुकथाकार व स्तम्भकार नदीम अहमद नदीम की उपन्यास कृति ‘इबादत’ और पं. मुखराम सिखवाल स्मृति राजस्थानी साहित्य सृजन पुरस्कार रामगढ (नोहर) के लोकप्रिय राजस्थानी कथाकार पूर्ण शर्मा ‘पूरण’ की कथा कृति ‘उण री आपरी दुनिया’ को अर्पित किये जायेंगे। इसी प्रकार श्री शिवप्रसाद सिखवाल स्मृति महिला लेखन पुरस्कार फरीदाबाद की ख्यातनांव साहित्यकारा कमल कपूर की औपन्यासिक कृति ‘अस्मि’ को और इस वर्ष से प्रारम्भ किया गया श्याम सुन्दर नागला स्मृति बाल साहित्य पुरस्कार संगरिया (हनुमानगढ) के वरिष्ठ बाल साहित्यकार गोविंद शर्मा को उनकी प्रसिद्ध बाल साहित्य कृति ‘पेड़ और बादल’ के लिए घोषित कियेे गये हैं। आयोजन समन्वयक महावीर माली ने बताया कि सभी पुरस्कार 14 सितम्बर, 2023 को श्रीडूंगरगढ में आयोज्य भव्य समारोह में अर्पित किये जायेंगे। संस्था के कोषाध्यक्ष रामचन्द्र राठी के अनुसार मलाराम माली स्मृति साहित्यश्री सम्मान में अर्पित की जाने वाली राशि इस वर्ष से बढा कर 21 हजार रुपए कर दी गई है। अन्य सभी चयनित कृतियों के रचनाकारों को पुरस्कार स्वरूप ग्यारह हजार रूपये नगद राशि के साथ सम्मान-पत्र, स्मृति-चिह्न, शॉल आदि अर्पित किए जायेंगे। आयोजन सचिव महावीर सारस्वत ने कहा कि सुरेश कंचन ओझा लेखन पुरस्कार और रामकिशन उपाध्याय स्मृति समाज सेवा सम्मान की घोषणा भी शीघ्र की जाएगी।
पुरस्कारों के निर्णायक मण्डल में श्री वेद व्यास, नंद भारद्वाज, श्याम महर्षि, डाॅ. अनिता वर्मा, डाॅ. चेतन स्वामी, डॉ. मदन सैनी, डॉ. गजादान चारण, पृथ्वीराज रतनू, उमा, सत्यदीप, मोनिका गौड़, श्रीभगवान सैनी और रवि पुरोहित शामिल रहे।