बीकानेर,हवाओं में मायुसी, बिछुडऩे का भाव और फिर से दर्शन की चाह दिख रही थी। ऐसा ही माहौल आज गोगागेट स्थित कोचरों की दादाबाड़ी से लेकर भीनासर तक नजर आ रहा था। रविवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे शासन प्रभाविका सौम्यप्रभा, साध्वी सौम्यदर्शना, साध्वी अक्षयदर्शना व साध्वी परमदर्शना ने गौड़ी पाश्र्वनाथ से विहार प्रारंभ किया जो गंगाशहर होते हुए भीनासर श्रीपार्श्वनाथ मंदिर थमा। इससे पूर्व कोचरों की दादाबाड़ी में साध्वी सौम्यदर्शना ने कहा कि पूरे चातुर्मास में धर्म, ज्ञान व त्याग की सीख दी गई है। अब आप सबका कर्तव्य है कि परमात्मा के मंदिरों को स्वच्छ रखना, उनका देखरेख करना तथा ज्ञानशाला संचालित करने आदि के धार्मिक कार्य निरन्तर जारी रहें। कोचर फ्रेंड्स क्लब के जितेन्द्र कोचर ने बताया कि गंगाशहर स्थित श्री जैन पब्लिक स्कूल में साध्वीवृंदों ने नवकार मंत्र का पाठ किया। जैन पाठशाला के अध्यक्ष विजय कोचर व शाला स्टाफ ने साध्वीवृंदों को वंदन किया। इसके बाद गंगाशहर में कमल कोचर, शांतिलाल कोचर, विजय नाना सेठिया, राजू बैद के यहां साध्वीवृंदों ने पगलिए किए। भीनासर स्थित श्री जैन पार्श्वनाथ मंदिर में सवाई सिंह कोचर परिवार की ओर से विशेष पूजन तथा साधर्मिक वात्सल्य का आयोजन किया गया। सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे भीनासर मंदिर में महाराज सा का प्रवचन होगा।
*मिनी मांडोली में किए पगलिए*
गंगाशहर में गोल मंदिर से पूर्व निर्माणाधीन मिनी मांडोली मंदिर स्थल पर साध्वीवृंदों ने पगलिए किए। शासन प्रभाविका सौम्यप्रभा ने कहा कि गुरुदेव का मंदिर बनाने का श्रेष्ठ कार्य करना परम श्रावक की पहचान होती है। गुरुकृपा होने से ही व्यक्ति धर्म की राह पर चलता है। लीलम सिपानी ने बताया कि जालौर जिले में मांडोली में बने मंदिर जैसा स्वरूप होगा बीकानेर के मिनी मांडोली का। मंदिर में श्री विजयशांति सूरिश्वर जी महाराज की मूर्ति स्थापित होगी। मनीष सिपानी व गौतम सिपानी, इंद्रचंद मालू, जीतू कोचर, किशोर कोचर, महेन्द्र कोचर, कमल सिरोहिया, प्रसन्नचंद पारख, जीतू सुराना ने साध्वीवृंदों का वंदन किया।