बीकानेर,गंगाशहर, शांति निकेतन श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, गंगाशहर द्वारा आज नवनियुक्त सेवाकेन्द्र व्यवस्थापिका साध्वीश्री कीर्तिलताजी का सेवाकेन्द्र में पधारने पर स्वागत समारोह का आयोजन रखा गया। स्वागत समारोह को सम्बोधित करते हुए साध्वीश्री कीर्तिलता जी ने कहा कि युगप्रधान महातपस्वी आचार्यश्री महाश्रमण जी ने महत्ती कृपा करके इस वर्ष गंगाशहर सेवाकेन्द्र का प्रवास प्रदान किया है। तेरापंथ धर्मसंघ समर्पण, अनुशासन व धर्मपरायण का पंथ है। तेरापंथ धर्मसंघ में हम अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि सेवा एक ऐसा राजमार्ग है, जिस पर चलने वाला व्यक्ति अपनी मंजिल अवश्य प्राप्त करता है। पूर्व सेवाकेन्द्र व्यवस्थापिका साध्वीश्री पावनप्रभाजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि धर्मसंघ में सेवा को बहुत महत्त्व दिया गया है। सेवा के संस्कार आद्यप्रवत्र्तक आचार्य श्री भिक्षु से संघ को प्राप्त हुए हैं। श्रीमद् जयाचार्य ने इन संस्कारों को पुष्ट किया। विक्रम संवत् 1914 में लाडनूं में प्रथम सेवाकेन्द्र की स्थापना की गई। साध्वीश्री प्रभाश्रीजी तथा साध्वीश्री सोमश्रीजी ने भी सभा को संबोधित किया। सेवाकेन्द्र में विराजित साध्वियों द्वारा सामूहिक गीत के द्वारा सेवा प्रदान करने वाली साध्वियों का स्वागत किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ कन्यामण्डल द्वारा मंगलाचरण से किया गया। साध्वीश्री पावनप्रभा जी द्वारा सेवाकेन्द्र का दायित्व हस्तान्तरण साध्वीश्री कीर्तिलताजी को किया गया। इस अवसर पर साध्वियों द्वारा सामूहिक गीत प्रस्तुत किया गया। तेरापंथी सभा के उपाध्यक्ष प्रकाशचन्द भंसाली, तेरापंथ युवक परिषद् के अध्यक्ष विजेन्द्र छाजेड़, तेरापंथ महिला मंडल मंत्री कविता चैपड़ा, किशोर मंडल संयोजक कुलदीप छाजेड़ ने अपने विचार प्रस्तुत किए। अणुव्रत समिति अध्यक्ष राजेन्द्र बोथरा तथा महिला मंडल द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन तेरापंथ सभा के मंत्री रतनलाल छलाणी ने किया।
इससे पूर्व नैतिकता के शक्तिपीठ से जुलुस के रूप में साध्वीगण अणुव्रत मार्ग से महाप्रज्ञ चैक होते हुए शुक्रवार को शांतिनिकेतन में प्रवेश किया। स्वागत जुलुस व समारोह में जैन महासभा अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ , तेरापंथी सभा अध्यक्ष अमर चन्द सोनी , तेयुप अध्यक्ष विजेन्द्र छाजेड़ , महिला मंडल मंत्री कविता चोपड़ा , किशोर मंडल अध्यक्ष कुलदीप छाजेड़ व सैकड़ों की संख्या में स्त्री – पुरुष , महिला मंडल , कन्या मंडल , युवक परिषद किशोर मंडल , अणुव्रत समिति व तेरापंथी सभा के पदाधिकारी व सदस्यगण स्वागत जुलुस में शामिल हुए।