बीकानेर पदयात्रा कर गांव-गांव और शहर-शहर पहुंच रहे तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण जन कल्याण के लिए नैतिकता, अहिंसा और सद्भावना का संदेश दे रहे हैं। विहार और प्रवास के दौरान आचार्य आमजन को नशामुक्ति का संकल्प भी दिलवा रहे हैं। अपनी धवल सेना के साथ रोज विहार और प्रवासे के साथ-साथ आमजन से मुलाकात कर उनको आध्यात्म का मार्ग भी बता रहे हैं। वहीं स्वयं की साधना, साहित्य सृजन, मौन व्रत के साथ आचार्य की रोज की दिनचर्या व्यस्तम रहती है। आचार्य महाश्रमण सुबह 4 बजे से रात 10 बजे तक जन कल्याण के लिए तत्पर रहते हैं। भीषण गर्मी के बावजूद प्रवास के दौरान जिस स्थान पर रहते है वहां पंखा, कूलर और एसी भी नहीं होती है।
आचार्य महाश्रमण की दैनिक दिनचर्या रोज सुबह 4 बजे से प्रारंभ होती है। पहले एक घंटा जाप, ध्यान होता है। सामूहिक अर्हत वंदना और प्रतिक्रमण होता है। सूर्योदय के बाद गुरुदेव का विहार प्रारंभ होता है। सामान्यतया प्रतिदिन 15 से 18 किमी का विहार होता है। कभी-कभी विहार मार्ग इससे कुछ कम भी रहता है। विहार के बाद निश्चित स्थल पहुंचने के बाद नाश्ता और प्रवचन होता है। गुरुदेव आमजन से. मुलाकात करते हैं।
अचार्य महाश्रमण विहार और प्रभास के दौरान साहित्य सृजन, प्राचीन साहित्य और संरक्षण पर भी विशेष ध्यान देते हैं। गुरुदेव प्रतिदिन शाम तीन से चार बजे तक आमजन से मुलाकात करते हैं। गुरुदेव का शाम चार बजे से शाम सात बजे तक गृहस्थों के लिए मौन रहता है। इस दौरान वे साधु-साध्वियों से वार्ता करते हैं। इस दौरान साहित्य सृजन, संतो की कक्षाएं लेते है व भोजन करते हैं। सूर्यास्त के बाद सामूहिक गुरु वंदना, प्रतिक्रमण और अर्हत वंदना होती है। ध्यान व जाप होता है। कुछ समय जनता से भी मिलते हैं। रात्रि लगभग 10 बजे शयन आचार्य महाश्रमण विहार और प्रवास विश्राम करते हैं व अगले दिन सुबह 4 के दौरान साहित्य सृजन, प्राचीन बजे से फिर से दैनिक दिनचर्या प्रारंभ हो जाती है।
देश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंच रहे श्रद्धालु गंगाशहर में चल रही तैयारियां
बीकानेर.तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण के बीकानेर शहर में प्रवास को लेकर प्रदेश व देश के विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालुओं के बीकानेर पहुंचने का क्रम जारी है। गंगाशहर क्षेत्र में स्थित विभिन्न भवनों में श्रद्धालुओं को ठहराने की व्यवस्थाएं की गई है। आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान संस्थान. के मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र डाकलिया के अनुसार पंजाब क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए हैं। इसके अलावा अन्य स्थानों से भी आने की सूचनाएं मिल रही है। गंगाशहर क्षेत्र के मुख्य मार्गो सहित नोखा रोड पर पोस्टर, बैनर आदि लगाए गए हैं। स्वागत द्वार की तैयारियां चल रही हैं। गुरुदेव के अभिनंदन- वंदन और स्वागत में श्रावक समाज जुटा हुआ है।
आचार्य तुलसी के 26 वें महाप्रयाण दिवस के अवसर पर तुलसी समाधि स्थल आचार्य महाश्रमण के सानिध्य में 17 जून को कार्यक्रम होगा। अध्यक्ष महावीर रांका सहित संस्थान पदाधिकारी व सदस्य आचार्य तुलसी समाधि स्थल पर विभिन्न तैयारियों में जुटे हुए है। वहीं तेरापंथ भवन गंगाशहर में आचार्य महाश्रमण के प्रवास को लेकर तैयारियां चल रही है। युद्ध स्तर पर गंगाशहर क्षेत्र में सड़कों की सफाई, प्रकाश व्यवस्था, सड़कों का पेचवर्क आदि के कार्य चल रहे है। आचार्य महाश्रमण का गंगाशहर क्षेत्र में 14 से 17 जून तक प्रवास का कार्यक्रम है। 18 जून को आचार्य महाश्रमण अपनी धवल सेना के साथ बीकानेर से मंगल विहार करेंगे।