
बीकानेर,श्रीकोलायत विधानसभा से दिग्गज नेता देवी सिंह भाटी को लगातार दो बार हराकर इस बार राजस्थान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री बने भँवर सिंह भाटी ने अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास की ऐसी लकीर खिंची है कि वे अशोक गहलोत सरकार के मंत्री और विधायकों के लिए नजीर बन गईं है। यहीं नहीं भाटी के विकास की नजीर ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी नेताओं को भी जनता के बीच काम करने को मजबूर कर दिया है। भाटी बेशक अशोक गहलोत सरकार में विकास के रोल मॉडल हैं।। पश्चिमी राजस्थान का पाकिस्तान सीमा से लगा श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र आजादी के बाद से पांच दशकों से विकास की राह जोह रहा था। हालांकि कुछ इलाके में नहर ने जरूर काया पलट किया। केंद्र औऱ राज्य सरकार की योजनाओं में मन्थर गति से काम हुआ, परन्तु अब से पहले तक आधार भूत औऱ नागरिक सुविधाओं के हिसाब से राजस्थान की पिछड़ी औऱ बीकानेर जिले की सबसे उपेक्षित तहसील थी। राजस्थान के उच्च शिक्षा मंत्री भँवर सिंह भाटी श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। बेशक भाटी ने अपने विधानसभा क्षेत्र की सुध ली है। इन दो सालों में श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र के समग्र विकास के लिए इतना काम करवाया है कि वे जनता की नजर में आ गए हैं। वाकई भाटी ने पक्षपात रहित होकर जनहित में विधानसभा क्षेत्र में जरूरत के इलाके में स्कूल, कालेज, चिकित्सा सेवा का विस्तार, पेयजल, सड़क, बिजली के इतने काम करवाए हैं कि जनता यहां तक विरोधी भी वाहवाही दे रहे हैं। भाटी ने नया एसडीएम आफिस, बज्जू पंचायत समिति, नई ग्राम पंचायतें बनाकर श्रीकोलायत की राजनीतिक तस्वीर बदल दी है। भाटी के ये काम जनप्रतिनिधियों के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है जो नेता अपने क्षेत्र में नकारात्मक राजनीति करते हैं औऱ फालतू की उठापटक में लगे रहते हैं। वे विकास की चिंता ही नहीं करते हैं। अगर करते भी हैं तो फौरी तौर पर। ऐसे नेता लम्बी राजनीति करने के लिए भँवर सिंह भाटी को अपना रोल मॉडल बना सकते हैं। भाटी के इन कामों ने प्रतिद्वन्दियों को जनहित में काम करने को मजबूर कर दिया है। वहीं अशोक गहलोत सरकार की साख बढ़ाई है। खुद ने अपने क्षेत्र की जनता का विश्वास ही नहीं जीता, बल्कि अपना राजनीतिक कद भी बढ़ाया है।