बीकानेर,पर्यटन स्थल से जुड़ने के लिए जो सबसे सुगम रास्ता होता है. उस स्थान को जोड़ने वाली सड़कें. लेकिन बीकानेर जिले की मुख्य पर्यटन स्थल गजनेर पैलेस और गजनेर झील जहां प्रतिवर्ष हजारों विदेशी पर्यटकों के साथ-साथ बॉलीवुड एक्टर आकर ठहरते हैं, उस क्षेत्र के जोड़ने वाले सड़कों की हालत बद से बदतर हैं.
इसे लेकर आम आदमी को रोज मरा में कैसी होती है परेशानी पेश है.
किसी भी क्षेत्र के पर्यटन स्थल पर जब आप चाहते हैं तो आपके मन में हमेशा यही रहता है कि वहां स्वच्छता का वातावरण रहेगा साथ ही उस स्थान को जोड़ने वाली सड़के सपाट व सुव्यवस्थित होगी. लेकिन बीकानेर जिले के सबसे बड़े पर्यटन स्थल गजनेर झील अगर आप देखेंगे या उसका लुफ्त उठाते जाते हैं तो आपको संभल कर जाना पड़ेगा क्योंकि इस स्थान को जोड़ने वाली सड़के बद से बदतर स्थिति में है. सड़को पर बने खड्डे और उसमें भरा पानी आपकी यात्रा के रोमांच को कभी भी खराब कर सकती है.
गजनेर पैलेस और उसके साथ बनी गजनेर झील पर्यटकों का विशेष केंद्र बनी रहती है इस झील में देसी में विदेशी हजारों पक्षियों का आगमन होने से यहां आने वाले पाठकों का विशेष केंद्र बने रहते है. वही पैलेस इतना भव्य बना है कि प्रतिवर्ष यहां बॉलीवुड की फिल्मों के बड़े-बड़े सेटअप लगते हैं साथ ही कई धारावाहिक की शूटिंग यहां की जाती है इसके पास बने अभियारण में पर्यटक सफारी कर अपना लुफ्त उठाते हैं पक्षी विरहण के लिए प्रमुख केंद्र माना जाता है.
एक तरफ जहां कोलायत विधानसभा में गांव गांव ढाणी ढाणी सड़को का निर्माण कार्य हो चूका है वही पर्यटन क्षेत्र का महत्वपूर्ण ग़जनेर कस्बा विकास के अभाव में बदहाली के आंसू बहा रहा है ग़जनेर पैलेस जहां प्रतिदिन सेकड़ो की सख्या में देशी विदेशी पर्यटक आते है. मात्र डेढ किलोमीटर की सड़क को पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है धूल के उड़ते गुबार से सड़क के पास रहने वाले दर्जनों परिवारो का घरों में रहना दुभर हो गया है. वही बरसात के बाद सड़क पर बने गड्डों में पानी भरने से कीचड़ पसर गया है जिससे वाहन तो क्या पैदल राहगीरों का निकलना दुभर हो गया है. कीचड़ में फिसलने से आये दिन दुपहिया वाहन चालक घायल हो चुके है.
इसी सड़क पर ग़जनेर थाना,राजकीय उच्च माध्यमिक,राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय,रेफ़ल अस्पताल सड़क स्थित है जिससे प्रतिदिन स्कूली बच्चे सहित राहगीरों का आवागमन लगा रहता है सड़क पर वाहनों के निकलने के साथ ही धूल के गुब्बार से सड़क पर रहने वाले परिवारों को सास की बीमारियां लगने की आशंका बन गई है वही दुकानदारों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है कई बार तो हालात इतने विकट हो जाते है कि दुकानदारों को धूल के गुब्बार से बचने के लिए अपने स्तर पर रुपये लगाकर सड़क पर पानी के टेकर मंगवाकर छिड़काव करवाना पड़ता है .
ग़जनेर सरपच प्रतिनिधि जेठाराम कुम्हार ने बताया कि सड़क के निर्माण कार्य के लिये ग्राम पंचायत द्वारा सार्वजनिक निर्माण विभाग सहित प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है वही बीकानेर जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल को मौका मुआयना करवाया जा चुका है लेकिन कोई सुनवाही नही हों रही है. ऐसे ही हालात इंदिरा कॉलोनी से शेरखान तलाई सड़क व इंदिरा कॉलोनी से 33 केवी जाने वाली सड़क के बने हुए है जिससे ग्रामीणो में भारी रोष व्याप्त है.
ग्रामीण नितेश शर्मा व भंवरी देवी बताते हैं कि गजनेर गांव को जोड़ने वाली ये रोड पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है इस से उड़ने वाली धूल से सांस की बिमारी होने की आशंका बनी रहती है. गजनेर पैलेस व झील को देखने रोजाना सैकडो की संख्या में देशी व विदेशी पर्यटक इसी रोड से आते जाते है.
पर्यटन स्थल के विकास को लेकर सरकार हर वर्ष करोड़ों का बजट पारित करती है लेकिन बीकानेर जिले के सबसे महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल गजनेर का विकास पिछड़ा नजर आ रहा है. यहां के लोगों कहना है की गजनेर की उपेक्षा की जा रही है गौरतलब है इसी स्थान पर बॉलीवुड की फिल्मों की शूटिंग के लिए बड़ा सेटअप तैयार होता है. तो वही बीकानेर आने वाली राजनैतिक वीआईपी इसी स्थान पर ठहरते हैं. जरूरत है इस क्षेत्र से जुड़ने वाली सड़कों को का नवीनीकरण कर आम आदमी के साथ-साथ आने वाले पर्यटकों को भी सुविधा प्रदान की जाए.