बीकानेर,राजस्थान संस्कृत अकादमी,जयपुर एवं मां सरस्वती वेदाश्रम बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में 26 दिसम्बर से 21 दिवसीय कर्मकांड प्रशिक्षण शिविर का आयोजन मुरलीधर व्यास नगर क्षेत्र के गेमना पीर मार्ग पर स्थित धीरज इन्कलेव के सरस्वती वेद आश्रम में आयोजित किया जाएगा।
मां सरस्वती वेदाश्रम के अध्यक्ष मुरलीधर पुरोहित ने बतया कि शिविर में गणेश पूजन, संध्योपासन,विष्णु सहस्त्रनाम का अध्ययन करवाया जाएगा। सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।
राजस्थान संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ.रजनीश हर्ष ने बताया कि राजस्थान के अनेक जिलों में वेद व शास्त्रों से युवा पीढ़ी को जोड़ने, उनकी सनातन धर्म के प्रति जागृति लाने के लिए शिविर आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि कर्मकांड का मतलब है कि वेदों में बताये गए नियम व विधियों से धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करवाना है। हिन्दू धर्म में कर्मकांड काफी प्रचलित है। कर्मकांड वेदों से जुड़ा भारतीय दर्शन है, कर्मकांड में लोक-परलोक-हितकारी सभी तरह के कर्म शामिल है। धार्मिक क्रियाओं से जुड़े कर्म को कर्मकांड कहते है।