बीकानेर. कार सवार व्यक्ति के शरीर में हार्ट के पास सरिया आरपार निगल गया। सरिया घुसने से उसके रिब व फेफड़ों में फ्रेक्चर हो गया। हार्ट के आसपास का मांस व नसें बाहर निकल आई। मरीजों को बचाने के लिए चिकित्सकों ने सोमवार देररात को ही ऑपरेशन कर घायल की जान बचाई। करीब सवा चार घंटे चले ऑपरेशन में फेंफड़ों को रिपेयर कर हार्ट को बचाया गया। हालांकि मरीज की हालत अब भी नाजुक बनी है। जिसे ट्रोमा सेंटर के आइसीयू में रखा गया है।
हादसा सोमवार देर रात बीकानेर-जयपुर मार्ग पर हुआ। नौरंगदेसर गांव के पास सरियों को ले जा रही ट्रैक्टर-ट्रॉली में पीछे से कार भिड़ गई। इससे ट्रॉली में लदा सरिया कार के शीशे को तोड़कर घुस गया और चालक के बगल में सवार सुरेश सोनी निवासी राजलेसर के शरीर के आर-पार हो गया। वहां से गुजर रही जीप में सवार लोगों ने सूझबूझ दिखाई। कार को धकेलकर पीछे किया और घायल सुरेश सोनी समेत अन्य लोगों को बाहर निकालकर देर रात बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया।
चिकित्सकों के मुताबिक ऑपरेशन बेहद जटिल था। ऑपरेशन में देरी व मरीज को कार से निकालते समय चूक होने से उसकी जान भी जा सकती थी।
फेंफड़े थे फ्रेक्चर
सरिया शरीर के आरपास होने से मरीज के हार्ट के पास घाव हो गए। फेंफड़े में आठ फ्रेक्चर हो गए थे। मरीज को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। खून अधिक बह रहा था। ऐसे में मरीज की जान बचाने के लिए ऑपरेशन करना जरूरी था। ऑपरेशन कर फेंफड़ों को रिपेयर किया गया।
डॉ. जयकिशन सुथार, सर्जन पीबीएम अस्पताल बीकानेर
दुर्घटना से ऑपरेशन तक
– सोमवार रात ९ बजे कार और ट्रैक्टर-ट्रॉली में टक्कर के दौरान लोहे का सरिया सुरेश सोनी की छाती के आर-पार निकल गया।
– रात १० गंभीर हालत में मरीज को पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर लाया गया। मौजूद चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार शुरू किया।
– रात ११ बजे सर्जन समेत तीन चिकित्सकों की टीम गठित की गई। मरीज की जांचें कराने के बाद ऑपरेशन का निर्णय किया गया।
-रात १२ बजे ऑपरेशन शुरू हुआ, जो सुबह सवा चार बजे तक चला। चिकित्सकों ने मरीज के फेक्चर हुए भागों को रिपेयर किया।