बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर की राष्ट्रीय बीज परियोजना इकाई द्वारा अनुसंधान निदेशालय के सभागार में रबी फसलों के बीज उत्पादन पर पुनरीक्षण बैठक का आयोजन कुलपति डॉ. अरुण कुमार की अध्यक्षता में किया गया। यह जानकारी देते हुए निदेशक अनुसंधान डॉ. पी.एस. शेखावत ने बताया कि इस बैठक में मुख्य अतिथि डॉ. सी.पी.सचान, भूतपूर्व निदेशक (बीज), चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय, कानपुर थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि किसान की आय दोगुनी करने में गुणवता बीजों की अहम भूमिका है। उन्होंने किसानों की मांग के अनुरूप बीज उत्पादन करने तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों पर बीज वितरण केन्द्र स्थापित कर समय से बीज उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया।
कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय के विभिन्न फार्म पर बीज उत्पादन का क्षेत्र बढ़ाने के लिए नहरी जल संग्रहण डिग्गियों का निर्माण हमारी प्राथमिकता में है। उन्होंने बीकानेर में सरसों एवं मूंगफली का बीज हब स्थापित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्रों पर मातृ बगीचा स्थापित करने तथा सब्जी एवं फलों की नर्सरी स्थापित कर उनकी पौध उपलब्धता सुनिश्चित करने का सुझाव दिया। इस अवसर पर डॉ.ए.के. शर्मा ने रबी 2022-23 में उत्पादित बीजों एवं रबी 2023-24 के बीच उत्पादन लक्ष्य पर प्रतिवेदन दिया।
बैठक में अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, डॉ.आई.पी. सिंह, निदेशक कृषि प्रसार, डॉ.सुभाष चंद्र, नर्सरी प्रभारी, डॉ. दाताराम, विभागाध्यक्ष उद्यान, डॉ.पी.के. यादव, क्षेत्रीय निदेशक श्रीगंगानगर, ड़ॉ. विजय प्रकाश, क्षेत्रीय निदेशक बीकानेर, डॉ. शीशराम यादव, डॉ. वीर सिंह, डॉ.यू.के. मील सहित सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने भाग लिया। डॉ. योगेश शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।