बीकानेर,शिक्षक संघ एलिमेंट्री सेकेंडरी टीचर एसोसिएशन (रेसटा) राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद व प्रदेश महामंत्री नवल सिंह मीना ने राज्य के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा,शिक्षा मंत्री मदन दिलावर व मुख्य सचिव व अतरिक्त मुख्य सचिव वित्त को ज्ञापन भेजकर दीपावली पर मिलने वाले बोनस की राशि बढ़ाने व पूरी राशि के नगद भुगतान के लिए ज्ञापन भेजा है।
जिलाध्यक्ष सीताराम डूडी व जिला महामंत्री पवन शर्मा ने ज्ञापन में बताया की प्रति वर्ष दीपावली के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा अराजपत्रित कर्मचारियों को Ad-hoc Bonus दिया जाता है । बोनस वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए 6774 रुपए की राशि (अधिकतम राशि 7 हजार) दिनांक 17 अक्टूबर 2016 से निश्चित है। इसके बाद बोनस राशि में कोई वृद्धि नहीं हुई । उक्त तिथि से आज दिनांक तक महंगाई भत्ते में 50 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है ।महंगाई दर में अत्यधिक वृद्धि होने के बावजूद बोनस राशि में कोई वृद्धि नहीं की है । बोनस राशि की वृद्धि से केवल राजकीय कार्मिक ही प्रभावित नहीं होते अपितु इसका सीधा प्रभाव राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है क्योंकि जो बोनस राशि कार्मिकों को दीपावली से पूर्व नगद उपलब्ध करवाई जाती है, वह राशि दीपावली की खरीदारी के रूप में वापस बाजार में पहुंचकर अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का कार्य करती है । यहाँ यह भी गौरतलब हैं कि विगत वर्ष में वित्त विभाग द्वारा बोनस की राशि 6774 रुपए निर्धारित करते हुए 75 प्रतिशत बोनस राशि का नगद भुगतान किया गया एवं शेष 25 प्रतिशत बोनस राशि का सामान्य प्रविधि खाता (जीपीएफ) में जमा करवाने के आदेश जारी किए गए है। यह 25 प्रतिशत बोनस राशि कार्मिक उत्सव पर खर्च नहीं कर पाते। इसलिए रेसटा की मांग है की कि कार्मिकों को दे
तदर्थ राशि को 7 हजार से बढ़कर 20 हजार रुपए करवाने के साथ ही संपूर्ण बोनस राशि का नगद भुगतान करवाने का आदेश जारी करवाएं ।