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बीकानेर,विगत 3 से 4 वर्षों में सरकारी उदासीनता की वजह से टाऊन हॉल की हो रही दुर्दशा और सरकारी कार्यक्रमों व बड़ी कम्पनियों व सामाजिक जलसों की भेंट चढ़ते रवीन्द्र रंगमंच से वहां हो रही अव्यवस्थाओं के कारण रंगकर्मियों को आ रही परेशानियों को मध्यनजर रखते हुए रविवार को स्थानीय आनन्द निकेतन में रंगकर्मियों की एक बैठक आहूत की गई।

विगत डेढ़ माह में निवर्तमान सम्भागीय आयुक्त बीकानेर नीरज के पवन, नगर विकास न्यास अध्यक्ष भगवती कलाल और सचिव यशपाल आहूजा को दिये हुए ज्ञापन का कोई असर ना होता देखकर रंगकर्मियों ने बीकानेर थियेटर युनिट के पुनर्गठन का निश्चय लिया जो सरकारी तंत्र में फंस चुके इन दोनों स्थानों पर व्यवस्थाओं को सुधारने का प्रयास करेगा और इसके लिये प्रशाशन और राजनेताओं से भेंट कर अपनी बात रखेगा। इस युनिट का रोहित बोड़ा को सर्वसम्मति से संयोजक नियुक्त किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए दिलीप सिंह भाटी ने वर्षों से चले आ रहे संघर्ष  के बारे में बताया और आगे जरूरत पड़ने पर फिर से उसी दिशा में जाने के लिये नये रंगकर्मियों को प्रेरित किया। रमेश शर्मा ने विगत दो माह से चलाये जा रहे अभियान के बारे में सभी को बताया व आगे इस कार्यक्रम को किस दिशा में लेकर जाना है, के बारे में भी बताया। शर्मा ने कहा कि टाऊन हॉल इस वक्त वेण्टीलेटर पर आ चुका है एवं रवीन्द्र रंगमंच भी रंगकर्मियों के लिये मृतप्राय है, इसमें अगर वक्त रहते सांस नहीं फूंका गया तो स्थिति गम्भीर हो जायेगी। विपिन पुरोहित ने इस पर विधिक राय दी कि किस प्रकार विधिक प्रक्रिया अपनाकर सिस्टम से अपनी बात मनवाई जा सकती है, एवं इन दोनों स्थानों को प्रशासन के ढ़ुलमुल रवैये से निकाला जा सकता है, का रोडमैप भी सभी के सामने रखा।

इस अवसर पर वरिष्ठ संगीतज्ञ एल एन सोनी, प्रदीप भटनागर, सुरेश हिन्दुस्तानी, दयानन्द शर्मा, किशन स्वामी, अनूप सिंह, जया पारीक, रामसहाय हर्ष, अशोक जोशी, नवल व्यास, रोहित शर्मा, सुनील जोशी, मुकेष सेवग, गिरीष पुरोहित ने भी अपने विचार रखे।

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