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बीकानेर.रोडवेज बसों में बिना टिकट सवारियां ढोने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। रोडवेज प्रबंधन ऐसे परिचालकों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रहा है, लेकिन गड़बड़ी थम नहीं रही। मार्च माह में रोडवेज के यातायात प्रबंधन अधिकारी ने जिले के विभिन्न रूटों पर चलने वाली बसों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई बसों में सवारियां बिना टिकट मिलीं। इस पर परिचालकों को रिमार्क लगाया गया। बीकानेर रोडवेज आगार के यातायात प्रबंधक भोमसिंह ने बताया कि मार्च माह में जिले की सैकड़ों बसों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान नोखा, छतरगढ़, कावनी, सरदार एवं एक अन्य रूट पर चलने वाली बस में कई सवारियां बिना टिकट पाई गईं। इस पर बसों के परिचालकों पर रिमार्क लगाया गया है। नोखा रूट की दो परिचालकों को रिमार्क लगा है। नोखा रूट पर ही सर्वाधिक सवारियां बिना टिकट पाई गईं।

पांच रिमार्क पर ब्लैक लिस्टेड

रोडवेज के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बसों के परिचालकों को कोई सवारी बिना टिकट पाए जाने पर रिमार्क लगाया जाता है। किसी अनुबंधित परिचालक को पांच रिमार्क लगने पर उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाता है। वहीं रोडवेज के स्थाई परिचालकों पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।

परिचालकों की जिम्मेदारी तय
राजस्थान में अगर कोई सवारी रोडवेज बस में चेकिंग के दौरान बिना टिकट पाई जाती है, तो इसके लिए बस के परिचालक की जिम्मेदारी तय है। परिचालक के खिलाफ एक्शन लिया जाता है, जबकि देश के कई राज्य ऐसे हैं, जिनमें सवारी की जिम्मेदारी तय है। वहां बिना टिकट मिलने पर सवारी पर जुर्माना लगाया जाता है। प्रदेशभर के रोडवेज कर्मचारी संगठन लंबे समय से बिना टिकट यात्री मिलने पर यात्री की जिम्मेदारी तय करने की मांग कर रहे हैं।

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