बीकानेर,राज्य में सोलर प्लांट लगाने वाली कंपनियों के लिए कहां और कितनी जमीन खाली है। यह किस दर पर उपलब्ध होगा? वहां किस तरह का पौधा उगाया जा सकता है? अब यह सारी जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध होगी।
सौर कृषि आजीविका योजना स्काई के तहत राज्य सरकार ने किसानों के लिए अनुपयोगी भूमि पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए सौर कृषि आजीविका योजना शुरू की है।
अब कोई भी किसान आसानी से बिजली उत्पादन के लिए अपनी अनुपयोगी भूमि को निजी कंपनियों को पट्टे पर दे सकता है। प्लांट में बनने वाली बिजली डिस्कॉम खरीदेगी। किसान अपनी जमीन पर भी सोलर प्लांट लगा सकते हैं। स्व-उपयोग के बाद बची हुई बिजली को आप विद्युत निगम को बेच सकेंगे।
विद्युत निगम ग्रामीण के एसई आरएस मीणा ने बताया कि जीएसएस के तहत पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाली अनुपयोगी व बंजर जमीन को किसान विद्युत निगम को पट्टे पर दे सकेंगे. बिजली संयंत्र लगाने वाली कंपनी और किसान के बीच डिस्कॉम को ठेका मिलेगा। इस योजना के माध्यम से भविष्य में बिजली की समस्या नहीं होगी।
इस तरह संपर्क करें
किसान को आधार कार्ड, जमीन की नकल और आवेदन के साथ जिला डिस्कॉम कार्यालय में संपर्क करना होगा। सैर कृषि आजीविका योजना के तहत प्लांट लगाने से भी किसान लाभान्वित होंगे। योजना के तहत किसान की जमीन का विक्रेता कंपनी से डिस्कॉम द्वारा 25 साल के लिए करार किया जाएगा। इसमें प्रति वर्ष न्यूनतम किराया डीएलसी दर का दस प्रतिशत होगा।