
बीकानेर,राजकीय डूँगर महाविद्यालय, बीकानेर की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की ओर से प्री रिपब्लिक डे परेड हेतु स्वयंसेवकों के पात्रता परीक्षण का बीकानेर रीजन स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस चयन प्रक्रिया का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर गणतंत्र दिवस परेड के लिए योग्य एवं प्रशिक्षित स्वयंसेवकों का चयन करना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. घनश्याम बीठू, समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) द्वारा की गई। इस चयन प्रक्रिया में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. हेमेन्द्र अरोड़ा (ज़िला समन्वयक, एनएसएस), सुश्री करिश्मा ताक (युवा अधिकारी, क्षेत्रीय निदेशालय, एनएसएस, जयपुर), डॉ. देवेश सहारण (सह-आचार्य, भूगोल विभाग) एवं डॉ. साधना भंडारी (आचार्य, लोक प्रशासन विभाग) उपस्थित रहे। साथ ही कार्यक्रम अधिकारियों में डॉ. प्रकाश गर्ग, डॉ. रविकांत व्यास और डॉ. पूजा भी मौजूद रहे जिन्होंने चयन प्रक्रिया के संचालन में सक्रिय भूमिका निभाई। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय सेवा योजना के गीत के साथ हुआ जिसके पश्चात् डॉ. घनश्याम बीठू ने प्री आरडी कैंप की रूपरेखा एवं चयन प्रक्रिया के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। डॉ. बीठू ने कहा कि प्री आर डी कैंप में भाग लेना एक स्वयंसेवक के लिए गर्व और अनुशासन दोनों का प्रतीक है, क्योंकि यह चयन प्रक्रिया शारीरिक दक्षता, नेतृत्व क्षमता, अनुशासन और व्यक्तित्व की कसौटी पर आधारित होती है। कार्यक्रम के दौरान डॉ. हेमेन्द्र अरोड़ा ने स्वयंसेवकों को प्री आरडी कैंप की राष्ट्रीय महत्ता से अवगत कराया तथा कहा कि यह शिविर युवाओं में राष्ट्रभक्ति, टीम स्पिरिट और अनुशासन की भावना विकसित करता है। सुश्री करिश्मा टाक ने एनएसएस के विभिन्न प्रशिक्षण एवं अवसरों की जानकारी देते हुए स्वयंसेवकों को माई भारत पोर्टल पर पंजीकरण के महत्व से अवगत कराया और प्री आरडी कैंप की प्रक्रिया, चयन चरणों और राज्य स्तर तक पहुँचने के मानदंडों का विस्तृत विवरण दिया। शारीरिक परीक्षण के दौरान स्वयंसेवकों की ऊँचाई, दौड़, मार्चिंग, आदेश देने-सुनने की क्षमता, और परेड दक्षता का मूल्यांकन किया गया। चयन प्रक्रिया में फिटनेस, आत्मविश्वास, और व्यक्तित्व का विशेष ध्यान रखा गया। डॉ. देवेश सहारण एवं डॉ. साधना भंडारी ने चयन प्रक्रिया में निर्णायक सदस्य के रूप में भाग लिया और प्रतिभागियों को सकारात्मक सुझाव दिए। इस अवसर पर डॉ. प्रकाश गर्ग, डॉ. रविकांत व्यास और डॉ. पूजा ने स्वयंसेवकों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि एनएसएस जैसी संस्थाएँ युवाओं में नेतृत्व और सेवा की भावना को विकसित करती हैं। अंत में डॉ. घनश्याम बीठू ने सभी अतिथियों, निर्णायकों एवं उपस्थित स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि चयनित स्वयंसेवक बीकानेर ज़ोन का प्रतिनिधित्व राज्य स्तरीय प्री आरडी कैंप में करेंगे, जो उनके लिए गौरव का अवसर होगा।