खाजूवाला,अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ की ओर से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर खाजूवाला उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें आशा सहयोगिनी, कार्यकर्ता, सहायिका और साथियों ने मिलकर अपनी विभिन्न मांगों के समाधान करने की मांग रखी।
संघ के पदाधिकारी परमजीत कौर, कमला, मीना, इन्दु जोईया ने बताया कि अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ की ओर से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है और पहले भी कई बार इन मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा जा चुका है। लेकिन आज तक समाधान नहीं हुआ। ऐसे में एक बार फिर से सोमवार को संघ की ओर से मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांगों की समाधान करने की मांग की गती। संघ की ओर से ज्ञापन में अवगत करवाया गया की चुनाव घोषणा पत्र में दिए गए वचन को निभाते हुए सरकार आशा सहयोगिनी कार्मिकों को अलग से कैडर बनाकर नियमित राज्य कर्मचारी बनाएं। आशा सहयोगिनी कार्मिकों का सम्मानजनक मानदेय किया जाए जो की न्यूनतम मजदूरी से कम नहीं हो। मानदेय को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से जोड़ा जावे। जब जब भी राज्य कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाए उसी के अनुरूप मानदेय वृद्धि होनी चाहिए। एएनएम भर्ती में आशा सहयोगिनी कार्मिकों के लिए 25% पद आरक्षित किए जाने चाहिए। चिकित्सा विभाग के नियमित पद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, कनिष्ठ लिपिक हेतु आशा सहयोगिनी कार्मिकों के लिए आरक्षित होने चाहिए। इसके साथ ही घोषणा पत्र की पालना करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, साथीनों को नियमित कर्मचारी बनाया जाए तथा मानदेय बढ़ोतरी तत्काल की जाए। जो न्यूनतम मजदूरी से कम ना हों। मिनी केद्रों को बड़े केन्द्रों में परिवर्तित किया जावे। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बकाया पोषक आपूर्ति राशि का भुगतान करवाया जाए। जो 2 साल से अधिक समय से बकाया राशि लंबित चल रही है। महिला मानदेय कार्मिकों को गंभीर बीमारी हृदय कैंसर अथवा किडनी एवं यू ट्रैस ऑपरेशन पर चिकित्सक की सलाह पर चिकित्सा अवकाश सवैतनिक दिया जावे। इन सभी मांगों को लेकर सोमवार को कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। इस मौके पर पूनम देवी, मंजू देवी, गायत्री, सुमन, मधु देवी, सरोज, इंदिरा देवी, सर्वजीत सहित अनेक महिला कर्मचारी उपस्थित रहे।