बीकानेर, कांता खतूरिया कॉलोनी के पास रहने वाली सुरभि पारीक राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा रीट के लेवल 2 में टॉपर बनी हैं।सुरभि ने इस परीक्षा में सर्वाधिक 146 अंक हासिल किए। सुरभि कहती हैं कि छठी से आठवीं तक की विज्ञान की किताबों को खूब पढ़ा। उसमें दिए गए हर सवाल को हल किया। इसके साथ ही पुराने पेपर का अभ्यास हर रोज किया।
सुरभि ने कहा कि जब हमें छठी से आठवीं तक कक्षा पढ़ाने के लिए ही परीक्षा देनी है तो उसी कक्षा की पुस्तकों पर फोकस करना था। मैंने इन तीनों कक्षाओं के छोटे से छोटे कांसेप्ट को दूर किया। किताब में दिए गए प्रश्नों को ही हल किया। कुछ सवाल तो किताब से ही हुबहू आ गए। आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. पवन कुमार पारीक की बेटी सुरभि
का कहना है कि उसने बारहवीं विज्ञान में करने के बाद मेडिकल में जाने की कभी इच्छा नहीं जताई।
कोई भी परीक्षा दे रहे हैं तो उसके लिए सबसे पहले डेडीकेशन जरूरी है। आपको उस परीक्षा के मर्म को समझना चाहिए। जिस विषय को आपने चुन लिया है, उसके बारे में सारी जानकारी आपके पास होनी चाहिए। विषय को हल्के में नहीं लेना चाहिए। मैंने बीएएसी की पढ़ाई के साथ ही रीट की परीक्षा दी थी। सभी तरह के कांसेप्ट दूर करने का प्रयास किया। सुरभि कहती है कि अभी मैं बीएएसी कर रही हूं। इसके बाद राजस्थान प्रशासनिक सेवा के लिए प्रयास करूंगी। मैं आम लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करना चाहती हूं। मैं साइंस स्टूडेंट थी, फिर भी टीचर ही बनना चाहती थी।