बाड़मेर: REET पेपर लीक में मामले ठेकेदार भजनलाल, उसकी भतीजी सोहनी की गिरफ्तारी के बाद बाड़मेर के एक वकील मनोज विश्नोई की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक मनोज का सांचौर से भी कनेक्शन है और इनकी गिरफ्तारी के बाद से वह अंडरग्राउंड है। वहीं, भजनलाल और सोहनी को लेकर एसओजी जयपुर आ गई है। टीम को धोरीमन्ना इलाके के दो युवकों की तलाश है। इन दोनों का भी पेपर लीक मामले में अहम रोल बताया जा रहा है। बुधवार को एसओजी की टीम ने महावीर नगर आवास पर दबिश दी तो मनोज वहां से गायब मिला।
जांच में सामने आया है कि एग्जाम से एक दिन पहले ही बाड़मेर में REET का पेपर पहुंच गया था। लेकिन नकल के लिए लोगों ने 10 दिन पहले ही तैयारी कर ली थी। यह भी बताया जा रहा है कि ठेकेदार भजनलाल की पॉलिटिकल अप्रोच भी ज्यादा थी। पकड़ने जाने के बाद उसका धौंस भी दिखाया। इतना ही नहीं रौब दिखाने के लिए बड़े नेताओं के फोटो भी शेयर करता था। गैंग ने परीक्षा के दिन इंटरनेट बंद होने की अंदेशा की वजह से 5-10 दिन पहले ब्रॉडबैंड डोंगल भी खरीद लिए थे। ताकि डोंगल से वाईफाई कनेक्ट करके 8-10 जगह पर 10-20 लोगों का ग्रुप बनाकर पेपर को हल करने के बाद अभ्यर्थियों को नकल कराई जाए। आरोपियों ने इसकी पूरी प्लानिंग कर रखी थी।