बीकानेर /नोखा, जिला स्वास्थ्य समिति की गत बैठक में जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल द्वारा प्रदत निर्देशों की पालना में जिले भर में गृह आधारित नवजात देखभाल कार्यक्रम को विशिष्ट ऊर्जा मिल गई है। नोखा ब्लॉक में मंगलवार से गृह आधारित नवजात देखभाल कार्यक्रम के तहत विशेष अभियान चलाया गया । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पवार ने बताया कि संस्थागत प्रसव एवं गृह प्रसव दोनों परिस्थतियों में आशा घर जाकर 42 दिनों तक 7 विजिट करके नवजात की देखभाल करती है व निर्धारित फ़ॉर्मेट में आंकड़े लेती है इस कार्यक्रम से शिशु मृत्यु में गिरावट आती है ।
खंड मुख्य चिकित्सा अधिकार डॉ कैलाश गहलोत ने बताया कि शिशु व प्रसूताओं की देखभाल हेतु एचबीएनसी कार्यक्रम को और सशक्त करते हुए एक अभियान के रूप में यह शुरुआत की गई है जिसमें सभी संस्थाओं की आशा-एएनएम को प्रसूता के घर पे पहुँच के एचबीएनसी करने हेतु निर्देशित किया गया था व साथ मे सभी सुपरवाइजरी स्टॉफ को इनकी मॉनिटरिंग करने हेतु भी कहा गया। इसके तहत खंड में एक ही दिन में रिकॉर्ड 522 बच्चों की एचबीएनसी की गई व उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया व कमजोर पाए गए 10 बच्चों को रैफर भी किया गया ।खंड स्तर से बीपीएम दिनेश रंगा व बीएचएस दिनेश आचार्य द्वारा भी एचबीएनसी विजिट करके निरीक्षण किया गया व निरीक्षण में कम वजन पाए गए बच्चे को रैफर करने के निर्देश आशा को दिए। सभी चिकित्साधिकारी प्रभारी व सुपरवाइजर ने भी अपने अपने संस्थान में मॉनिटरिंग की। बीसीएमओ डॉ कैलाश गहलोत के अनुसार आगे भी इस तरह की गतिविधियां चालू रहेगी व स्वास्थ्य सेवाएं सभी वर्ग तक पहुंचती रहे इसके लिए अलग अलग नवाचार किये जायेंगे।