बीकानेर,शिक्षा मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि साढे चार दशक के राजनैतिक जीवन में उन्हें, बीकानेर से अपार स्नेह मिला है। इसे कभी नहीं भुलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस दौरान बीकानेर को सतत रूप से विकास के पथ पर आगे बढ़ाने का प्रयास किया। आज बीकानेर एजुकेशन हब के रूप में उभरा है। पीबीएम सहित अन्य अस्पतालों में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि विकास के इस क्रम को सतत रूप से आगे बढ़ाने में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।
डाॅ. कल्ला ने सीताराम भवन में रविवार देर रात तक चले ‘एक शाम विकास के नामः गीतों के रंग डाॅ. बी.डी. कल्ला के संग’ कार्यक्रम के दौरान यह उद्गार व्यक्त किए। राजीव यूथ क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज बीकानेर में चार सरकारी विश्वविद्यालय संचालित हैं। कृषि और पशुपालन में रिसर्च के राष्ट्रीय स्तर के पांच केन्द्र हैं। रेलवे ओवरब्रिज बनवाकर यातायात को सुगम किया गया है।
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज की सीटें बढ़वाना, इंजीनियरिंग काॅलेज खुलवाना और शिक्षक प्रशिक्षण, पाॅलिटेक्निक और आईटीआई काॅलेज खुलवाने जैसे कार्य इस दौरान हुए हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2052 तक की आवश्यकताओं के मद्देनजर वृहद् पेयजल योजना का काम चल रहा है। रेलवे फाटकों की समस्या के समाधान के लिए हाल ही में 35 करोड़ रुपये स्वीकृत करवाए गए हैं। इस बजट में दो नए काॅलेज शहर को मिले हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि विकास के यह कार्य बीकानेर के छत्तीस कौम के लोगों के सहयोग के कारण संभव हो सके हैं। आने वाले समय में विकास के इन कार्यों को और अधिक गति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शहरवासियों ने जब-जब उन्हें विधायक के तौर पर चुना, उन्होंने पूर्ण प्राथमिकता के साथ शहर के विकास के लिए कार्य करने का प्रयास किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पं. जुगल किशोर ओझा ‘पुजारी बाबा’ ने कहा कि लोकतंत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधि की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। डाॅ. कल्ला ने इस भूमिका का प्रभावी निर्वहन करते हुए बीकानेर को दू्रत गति से विकास के पथ पर बढ़ाया है।
राजीव यूथ क्लब के अध्यक्ष अनिल कल्ला ने आगंतुकों का आभार जताया। उन्होंने बताया कि इस दौश्रान भैरूं छंगाणी, सूर्या, मास्टर नानू, मुन्ना सरकार, मार्कण्डेय रंगा, विपिन पुरोहित और गौरी शंकर सोनी सहित विभिन्न लोक कलाकारों ने गीतों की सुधमुर प्रस्तुतियां दी। इस दौरान इन कलाकारों का सम्मान भी किया गया।
कार्यक्रम के दौरान दिवंगत लोक कलाकार श्री बाबू लाल किराडू ‘शास्त्री’, श्री सूर्य प्रकाश किराडू, बाबू मोहता, गोपाली, आदि को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए तथा इनकी स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया। इस दौरान यशपाल गहलोत, बाबू जय शंकर जोशी बतौर अतिथि मौजूद रहे।
कार्यक्रम में कन्हैयालाल कल्ला, श्रीलाल व्यास,
डी.के.कल्ला,नवरतन व्यास, साहिल बोड़ा, विशेष व्यास, श्रवण रंगा, मुन्ना बिस्सा, उत्तम रंगा, उपेंद्र श्रीमाली आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा और विनय हर्ष ने किया।