बीकानेर,जयपुर,राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में राज्यमंत्री पद से बर्खास्त किए गए राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, यदि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), सीबीआई और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियां जांच करे मैं लाल डायरी के बाकी पन्ने उन्हे सौंपने को तैयार हूं।
उन्होंने कहा, पिछले दिनों कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लाल डायरी में जीत की बात लिखी होने का दावा किया था। लेकिन इसमें जीत की नहीं जेल की बात लिखी हुई है।
गुढ़ा ने बातचीत में कहा,लाल डायरी हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। मुझे पुलिस बेवजह परेशान कर रही है। दबाव बनाकर लाल डायरी लेने की गहलोत की कोशिश सफल नहीं होगी।
केंद्रीय एजेंसियां करें जांच
गुढ़ा ने कहा, यदि केंद्रीय एजेंसियां सही जांच करे तो मैं एक मिनट में लाल डायरी उन्हे सौंप दूंगा। मैने पूर्व में तीन पन्ने सार्वजनिक किए थे, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यदि कांग्रेस को लगता है कि लाल डायरी में कुछ नहीं है तो फिर उन्हें आगे आकर इस डायरी को जनता के सामने रखना चाहिए। गुढ़ा ने कहा, मैं शीघ्र ही गहलोत और कांग्रेस सरकार से जुड़े कई अहम तथ्य सार्वजनिक करूंगा।
उल्लेखनीय है कि गुढ़ा ने इस साल मार्च में विधानसभा सत्र के दौरान कानून व्यवस्था और महिला उत्पीड़न को लेकर गहलोत सरकार को घेरा था। विधानसभा में अपनी ही सरकार को घेरने के कारण उन्हे मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था। मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी के एक दिन बाद गुढ़ा विधानसभा में लाल रंग की एक डायरी लेकर पहुंचे थे। इस दौरान कांग्रेस विधायकों के साथ उनकी धक्कामुक्की हुई थी।
विधानसभा से निलंबित
बाद में विधानसभा अध्यक्ष सी.पी.जोशी ने उन्हे विधानसभा से निलंबित कर दिया था। गुढ़ा का दावा है कि लाल डायरी में गहलोत द्वारा सरकार बचाने को लेकर खर्च किए गए पैसों का हिसाब है। साथ ही सीएम के पुत्र वैभव गहलोत को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष बनाने में खर्च किए गए पैसों का भी हिसाब है।