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बीकानेर,रावणा राजपूत समाज ने गहलोत सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जयपुर में शक्ति प्रदर्शन किया है. साथ ही अत्यंत पिछड़ा वर्ग में समाज को शामिल करने सहित अन्य मांगें रखीं.

रावणा राजपूत समाज ने अपनी मांगों को लेकर भरी हुंकार

जयपुर. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अब रावणा राजपूत समाज ने भी अपनी ताकत दिखाई है. शुक्रवार को राजधानी में अपनी 7 सूत्री मांगों को लेकर बड़ी संख्या में रावणा राजपूत समाज के लोग एकत्रित हुए और शक्ति प्रदर्शन किया. समाज ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने चुनाव के वक्त वोट तो ले लिए, लेकिन सवा 4 साल बाद भी समाज की एक भी मांग पर ध्यान नहीं दिया.

सरकार ने दिखा धोखा: श्री अखिल रावणा राजपूत सेवा संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत सिंह सोडाला ने गहलोत सरकार पर धोखा देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव और उसके पहले उपचुनावों में रावणा राजपूत समाज ने कांग्रेस को एक तरफा वोट देकर जीत दिलाई. लेकिन सरकार बनने के बाद पार्टी ने जो वादे किये, उन्हें भूल गई. कांग्रेस को सत्ता में आए सवा चार हो गए. बावजूद इसके समाज की एक भी मांग पर ध्यान नहीं दिया. मजबूरन समाज को अपनी सात सूत्रीय मांगो को लेकर हजारों की संख्या में सरकार का ध्यान समाज की ओर आकर्षित करने आए हैं. उन्होंने सरकार को चेताया कि अगर समय रहते उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया, तो आने वाले विधानसभा चुनाव में यह समाज कांग्रेस का विरोध करेगा.

अत्यन्त पिछड़ा वर्ग की प्रमुख मांग: रणजीत सिंह सोडाला ने कहा कि समाज की मुख्य मांग अलग आरक्षण की है, जिसमें रावणा राजपूत सहित माली, वैष्णव, दर्जी, नाई, जांगिड़ , कुम्हार, स्वामी, वैष्णव, दर्जी, नाई, जांगिड़, घांची सहित कई अन्य अत्यन्त पिछड़ी जातियों को ओबीसी से अलग कर गुर्जर सहित पांच जातियों की तरह एक नया समूह अत्यन्त पिछड़ा वर्ग बनाकर आरक्षण दिए जाने की है. इसके साथ दूसरी प्रमुख मांग रावणा राजपूत समाज के कल्याण के लिए ‘मेजर दलपत सिंह रावणा राजपूत कल्याण बोर्ड’ का गठन किए जाने की है

यह है प्रमुख मांगें:

  1. रावणा राजपूत समाज सहित माली, कुमार, स्वामी, वैष्णव, दर्जी, नाई, जांगिड़, घांची सहित अन्य अत्यंत पिछड़ी जातियों को ओबीसी से अलग गुर्जर सहित पांच जातियों की तरह एक नया समूह अत्यंत पिछड़ा वर्ग बनाकर अलग से आरक्षण दिया जाए.
  2. रावणा राजपूत जाति के साथ जुड़े अलग-अलग मुगलकालीन नामों को हटाकर राजस्व रिकॉर्ड में एक नाम रावणा राजपूत दर्ज कराया जाए.
  3. रावणा राजपूत समाज के कल्याण के लिए मेजर दलपत सिंह रावणा राजपूत कल्याण बोर्ड का गठन हो.
  4. हाइफा हीरो मेजर दलपत सिंह शेखावत देवली की शौर्यगाथा को राजस्थान के पाठ्यक्रम में विस्तृत रूप से शामिल किया जाए.
  5. हाइफा हीरो मेजर दलपत सिंह जी शेखावत देवली के नाम से पाली जिले के देवली गांव में पैनोरमा बनाकर राजस्थान के पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाए.
  6. रावणा राजपूत समाज को राजनीतिक नियुक्तियों में समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए.
  7. राज्य में जाति आधारित जनगणना कराई जाए.

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