बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड पर होने वाले दशहरा कार्यक्रम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, कॉलेज स्टूडेंट्स और लेक्चरर यहां रावण दहन कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं क्योंकि पिछले कुछ सालों में यहां जबर्दस्त हरियाली की गई है। स्टूडेंट्स और लेक्चरर को डर है कि कॉलेज मैदान में दशहरा कार्यक्रम होने से पौधों को नुकसान होगा।
कोरोना के कारण दो साल से दशहरा पर रावण दहन नहीं हुआ था। इस बीच कॉलेज मैदान पर जमकर हरियाली की गई है। एक पूरा ब्लॉक तो ऑक्सीजन पार्क के रूप में विकसित किया गया है। इस पार्क में अनेक तरह के पौधे लगाए गए थे, जो अब पेड़ का रूप ले चुके हैं। पिछले दिनों इसी मैदान पर कॉलेज प्रशासन ने सर्कस के लिए अनुमति दे दी थी, जिससे काफी संख्या में पौधे खराब हो गए। तब स्टूडेंट्स को जानकारी मिली तब तक मैदान पर टेंट लगा दिए गए थे। अब दशहरा कार्यक्रम के लिए भी कॉलेज प्रिंसिपल ने अनुमति दे दी है। इस बीच कॉलेज स्टूडेंट्स विरोध कर रहे हैं।
स्टूडेंट्स ने कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. मोहम्मद सलीम से मिलकर कॉलेज मैदान नहीं देने की मांग रखी लेकिन प्रिंसिपल ने असमर्थता जता दी। बाद में संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन के समक्ष भी नाराजगी जताई। इस पर पवन ने कार्यक्रम में सहयोग की अपील करते हुए स्टूडेंट्स की मांग को दरकिनार कर दिया। अब गुरुवार को एक बार फिर स्टूडेंट्स संभागीय आयुक्त से मिलने का कार्यक्रम बना रहे हैं।
स्टूडेंट्स का कहना है कि मेडिकल कॉलेज मैदान पर इस वक्त करीब दो हजार से ज्यादा पेड़ लगे हुए हैं। इन पेड़ों को कॉलेज प्रशासन नहीं बल्कि स्टूडेंट्स और लेक्चरर की एक टीम तैयार कर रही है। यहां तक कि इसके लिए बजट भी स्टूडेंट्स ही एकत्र कर रहे हैं। पिछले दिनों सर्कस के चलते बड़ी संख्या में पौधे भी नष्ट हुए और क्रिकेट की पिच भी बर्बाद कर दी गई।
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड मे एलुमनी द्वारा करवाए गए विकास कार्यों एवं सघन वृक्षारोपण को बचाने के लिए ग्रीन एसपीएमसी क्लब, स्टूडेंट्स यूनियन, नर्सेज यूनियन, मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन और रेजिडेंट एसोसिएशन के चिकित्सकों की मीटिंग हुई जिसमें सर्वसम्मति से दशहरे के आयोजन के लिए मेडिकल कॉलेज ग्राउंड देने का विरोध किया गया। इस बाबत बुधवार को प्रधानाचार्य डॉ सलीम से प्रतिनिधिमंडल मिला और मेडिकल कॉलेज ग्राउंड को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने की मांग की।
दरअसल, मेडिकल कॉलेज ग्राउंड पर पिछले कुछ साल से ही रावण दहन का कार्यक्रम शुरू हुआ है। डॉ.करणी सिंह स्टेडियम के अलावा इसी मैदान पर रावण दहन होता है। इस मैदान के अलावा शहर के इस हिस्से में इतना बड़ा मैदान ही उपलब्ध नहीं है।